अंडमान-निकोबार में छठ पर्व पर सार्वजनिक अवकाश की मांग

हिन्दू राष्ट्र शक्ति संगठन ने उपराज्यपाल को भेजा पत्र
अंडमान-निकोबार में छठ पर्व पर सार्वजनिक अवकाश की मांग
Published on

संजीव, सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : हिन्दू राष्ट्र शक्ति संगठन ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में छठ पूजा के अवसर पर 28 अक्टूबर 2025 को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। संगठन के राज्य अध्यक्ष राकेश्वर लाल ने उपराज्यपाल को एक पत्र लिखकर इस मांग को औपचारिक रूप से रखा है।

पत्र में उन्होंने उल्लेख किया है कि छठ पूजा भारत के सबसे प्राचीन और प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे विशेष रूप से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के लोग अत्यंत श्रद्धा और धार्मिक भावना के साथ मनाते हैं। यह पर्व सूर्य देवता और छठी मैया की उपासना को समर्पित होता है, जिसमें शुद्धता, तप, संयम और प्रकृति के प्रति आभार प्रकट किया जाता है।

राकेश्वर लाल ने लिखा कि अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी छठ पूजा पूरे श्रद्धा और सांस्कृतिक समरसता के साथ मनाई जाती है। श्री विजयपुरम में स्थित प्रसिद्ध कॉर्बिन्स कोव समुद्र तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होकर पारंपरिक विधि से स्नान करते हैं और उदयाचल व अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। इस अवसर पर भोजपुरी समाज, उत्तर प्रदेश समाज, बिहार समाज और झारखंड समाज मिलकर सामूहिक रूप से पूजा, लोकगीतों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रसाद वितरण का आयोजन करते हैं।

संगठन का कहना है कि यदि इस दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए तो सभी समुदायों के श्रद्धालु बिना किसी व्यवधान के पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ पर्व मना सकेंगे। इससे सामाजिक एकता और सांस्कृतिक सौहार्द को बल मिलेगा तथा विभिन्न समुदायों के बीच आपसी सहयोग और सहभागिता की भावना भी प्रबल होगी।

राकेश्वर लाल ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि “छठ पूजा पर अवकाश घोषित करना न केवल सांस्कृतिक संवेदनशीलता का परिचायक होगा, बल्कि प्रशासन की भारतीय परंपराओं और रीति-रिवाजों के प्रति सम्मान को भी दर्शाएगा।” उन्होंने कहा कि यह निर्णय हजारों स्थानीय निवासियों के लिए प्रसन्नता और सुविधा का कारण बनेगा।

संगठन ने उम्मीद जताई है कि उपराज्यपाल इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे और समय रहते सकारात्मक निर्णय लेंगे, ताकि छठ पर्व की गरिमा और धार्मिक महत्व को उचित मान्यता मिल सके।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in