

प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
अलीपुरदुआर : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने पांच दिवसीय उत्तर बंगाल दौरे पर रविवार को अलीपुरदुआर पहुंच चुकी हैं। मंगलवार को वे मिरिक होते हुए दार्जिलिंग जाएंगी। उनके आगमन को लेकर शैल्यनगरी दार्जिलिंग में उत्सव जैसा माहौल है। ऐतिहासिक रिचमंड हिल बंगला, जहां मुख्यमंत्री मंगलवार की रात ठहरेंगी, को पूरी तरह से सजा दिया गया है। प्रशासन ने दार्जिलिंग मॉल और उसके आस-पास के इलाकों को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में ले लिया है। इस सन्दर्भ में तृणमूल की वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद शांता छेत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए पूरा दार्जिलिंग बेसब्री से इंतज़ार कर रहा है। वह हमारे अभिभावक हैं। रिचमंड हिल में प्रवेश से पहले मुख्यमंत्री को पारंपरिक तरीके से सम्मानित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब हालिया भारी बारिश और भूस्खलन से दार्जिलिंग का बड़ा इलाका बुरी तरह प्रभावित है। चाय बागानों, संतरे की खेती और देवग्राम जैसे इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। हजारों मजदूरों और किसानों की आजीविका पर असर पड़ा है। मुख्यमंत्री का दौरा इस कठिन परिस्थिति में नई उम्मीद और राहत की भावना लेकर आया है। नगर प्रशासन और स्थानीय निकायों ने मुख्यमंत्री के स्वागत की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। शहर में स्वच्छता अभियान, सजावटी लाइटें, फ्लेक्स और बैनर लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के ठहरने वाले क्षेत्र और उनके यात्रा मार्ग पर विशेष पुलिस निगरानी रखी जा रही है।
ममता बनर्जी हर बार दार्जिलिंग में पैदल चलकर लोगों से संवाद करती हैं, और इस बार भी ऐसा ही करने की उम्मीद है। मिरिक और दार्जिलिंग में वे दोनों जिलों के हालात की समीक्षा बैठकें करेंगी। हालांकि, उनके इस दौरे से पहले ही एक विवाद ने जन्म लिया है। दुर्गापुर की मेडिकल छात्रा के साथ हुए अपराध पर दिए गए मुख्यमंत्री के बयान की आलोचना हुई। इस पर ममता ने सफाई देते हुए कहा, मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला गया है। मैंने केवल प्रशासनिक रिपोर्ट के आधार पर तथ्य रखे हैं। राजनीति नहीं, राहत मेरा उद्देश्य है। विवाद चाहे जो भी हो, इस समय दार्जिलिंग मुख्यमंत्री के स्वागत में सज-धज कर तैयार है। रिचमंड हिल की रोशनी और लोगों के उत्साह ने पहाड़ों में फिर से रौनक ला दी है।