

कोलकाता: करीब नौ साल बाद आयोजित होने जा रही बहुप्रतीक्षित एसएससी की 9वीं और 10वीं कक्षा की परीक्षा को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए राज्य सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। परीक्षा से एक दिन पहले शनिवार को मुख्य सचिव डॉ. मनोज पंत ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी परिस्थिति में एक भी परीक्षार्थी पीछे न छूटे। रविवार को सिर्फ लाखों नौकरी के उम्मीदवार ही परीक्षा नहीं देंगे, बल्कि स्कूल सर्विस कमीशन और राज्य प्रशासन के लिए भी यह एक परीक्षा होगी। नवान्न सूत्रों के अनुसार, बैठक में मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन को जिम्मेदारी के साथ परीक्षा संचालन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, एसएससी की गाइडलाइंस के अनुसार परीक्षा आयोजित करनी होगी। प्रशासन को सड़कों पर भी सतर्क रहना होगा। किसी जिले में कोई समस्या हो रही है क्या, इस बारे में भी मुख्य सचिव ने जानकारी ली। बैठक में आयोग के अध्यक्ष और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।
परीक्षा का माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण, सुरक्षित और निष्पक्ष होगा
सूत्रों के अनुसार, वर्चुअल बैठक में डॉ. पंत ने कहा कि विद्यार्थियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन को हर संभव कदम उठाने होंगे। उन्होंने परिवहन की उपलब्धता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि दूरदराज से आने वाले परीक्षार्थियों को समय पर परीक्षा केंद्र तक पहुँचाने के लिए पर्याप्त साधन सुनिश्चित किए जाएँ। स्थानीय ट्रेनों की संख्या भी पर्याप्त हो, इसके लिए रेलवे से भी अनुरोध किया गया है। साथ ही स्वास्थ्य सुविधाएँ और पुलिस बल की तैनाती बिना किसी देरी के होनी चाहिए। परीक्षा केंद्रों के आसपास पुलिस, अग्निशमन विभाग और मेडिकल टीम भी लगातार मौजूद रहेगी ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
एसएससी परीक्षा को लेकर मुख्य सचिव का निर्देश
परीक्षा को निष्पक्ष बनाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि प्रश्नपत्र लीक जैसी घटनाओं पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके। परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन का उपयोग सख्त वर्जित है। इसके अलावा प्रत्येक केंद्र पर मेटल डिटेक्टर से तलाशी की जाएगी। हर जिले में अतिरिक्त जिलाशासक पद के अधिकारियों को परीक्षा संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। परीक्षा केंद्रों की जिम्मेदारी डिप्टी मैजिस्ट्रेटों को दी गई है। डॉ. पंत ने अधिकारियों को आगाह किया कि परीक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा का माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण, सुरक्षित और निष्पक्ष होना चाहिए। परीक्षार्थी बिना किसी बाधा के परीक्षा दे सकें, इसके लिए प्रशासन 636 परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में सक्रिय है।