

कोलकाता : सिलीगुड़ी स्थित उत्तरकन्या में बुधवार को आयोजित प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव डॉ. मनोज पंत को केंद्र सरकार से समन्वय के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य सौंपे। उन्होंने निर्देश दिया कि मुख्य सचिव शीघ्र ही दिल्ली यात्रा करें और केंद्र से इन मुद्दों पर बातचीत करें। राज्य सचिवालय नवान्न के सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में सीएम की रुचि और निर्देश के बाद तैयारी शुरू कर दी गयी है।
किस-किस पहलू पर सीएम ने गौर फरमाया?
मुख्यमंत्री ममता ने भारत-भूटान जल संधि में राज्य की भागीदारी की इच्छा जतायी है। उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल में बाढ़ जैसी स्थिति को लेकर राज्य सरकार चिंतित है। इसके समाधान के लिए उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे केंद्र सरकार से संपर्क कर नदी आयोग में राज्य के एक प्रतिनिधि को शामिल करने की मांग करें। दूसरा मुद्दा मतदाता सूची में फर्जी नामों को लेकर था। मुख्यमंत्री ने आशंका जतायी कि उत्तर बंगाल और सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़ी संख्या में नकली मतदाता जोड़े गये हैं। साथ ही उन्होंने नेपाली चाय की बढ़ती मौजूदगी पर भी चिंता जतायी, जिससे दार्जिलिंग की प्रतिष्ठित चाय की साख पर असर पड़ रहा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को केंद्र को एक कड़ा आपत्ति पत्र भेजने के निर्देश दिये हैं। तीसरे प्रमुख मुद्दे में मुख्यमंत्री ने महानंदा नदी के चार पर्यावरणीय क्षेत्रों (इको जोन) पर आपत्ति जतायी। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय पारिस्थितिकी और जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
राज्य की स्वायत्तता का सम्मान होना चाहिए
साथ ही फरक्का बैराज परियोजना में राज्य के बकाया को लेकर भी चर्चा करने को कहा गया। मुख्यमंत्री ने अत्रेयी नदी पर सिक्किम सरकार द्वारा बनायी जा रही जलविद्युत परियोजना पर भी चिंता जाहिर की, जिससे स्थानीय नदियों का प्रवाह बाधित हो रहा है। उन्होंने डॉ. पंत को मामले को सुलझाने के लिए केंद्र से बात करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी केंद्रीय टीम को राज्य में केवल केंद्र के दिशा-निर्देशों के दायरे में ही अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि राज्य की स्वायत्तता का सम्मान होना चाहिए और हर मुद्दे पर राज्य का पक्ष मजबूती से रखा जाना चाहिए। नवान्न सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव डॉ. मनोज पंत जल्द ही दिल्ली का दौरा कर इन सभी मुद्दों को केंद्र के समक्ष उठाएंगे।