

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में वोटर सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) का काम अंतिम चरण में पहुँचते ही बीएलओ पर काम का दबाव कई गुना बढ़ गया है। लगातार दिन-रात कार्य करने की स्थिति से कई स्थानों पर समस्याएँ बढ़ी हैं। इसी पृष्ठभूमि में शनिवार को नवान्न में मुख्य सचिव मनोज पंत ने सभी जिलाधिकारियों और 15 विभागों के सचिवों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की।
नवान्न सूत्रों के अनुसार, मुख्य सचिव ने नाम नहीं लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिया कि एसआईआर की प्रक्रिया सुचारु रूप से जारी रहे, लेकिन किसी भी हालत में राज्य के विकास कार्य प्रभावित नहीं होने चाहिए। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि बीएलओ के कार्यभार को देखते हुए उन्हें अधिकतम प्रशासनिक सहायता प्रदान की जाए। हा
ल ही में एसआईआर कार्य के दबाव में जिन बीएलओ की जान गई है, उनके परिवारों के प्रति प्रशासन को संवेदनशील रहने को भी कहा गया। बैठक में कई प्रमुख परियोजनाओं—‘बांग्लार बाड़ी’, ‘पथश्री’, ‘आमादेर पाड़ा, अमादेर समाधान’, ग्रामीण सड़क निर्माण—की प्रगति पर विस्तृत चर्चा हुई।
मनोज पंत ने निर्देश दिया कि इन सभी परियोजनाओं को तय समयसीमा के भीतर अनिवार्य रूप से पूरा किया जाए। जिन लाभार्थियों को राशि मिल चुकी है लेकिन उन्होंने ‘बांग्लार बाडी’ योजना के तहत निर्माण शुरू नहीं किया है, उन्हें तुरंत काम शुरू कराने का आदेश दिया गया।
मुख्य सचिव ने ग्रामीण सड़कों के टेंडर जल्द शुरू करने, किसी भी विकास कार्य को लंबित न रखने और हर परियोजना की नियमित रिपोर्ट भेजने पर जोर दिया। बैठक में विभागों ने कार्य की स्थिति का पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत किया।