नयी दिल्ली : देश में कोरोना के नये वैरिएंट से 2 दिन में 2 मरीजों की मौत हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बेंगलुरू में कोरोना पीड़ित 84 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया है। इससे पहले ठाणे में 21 साल के युवक की मौत हुई थी। गत शनिवार को देश में 23 नये कोरोना केस सामने आये। महाराष्ट्र के ठाणे में 8, राजस्थान-कर्नाटक में 5, उत्तराखंड-हरियाणा में 3-3, मध्य प्रदेश के इंदौर में 2 और उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक मामले सामने आये। कुल सक्रिय केसों की संख्या 363 पहुंच गयी है।
ज्यादातर मामले हल्के हैं
देशभर में बढ़ते मामलों के बीच शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने समीक्षा बैठक की। इस बैठक में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (डीएचआर), डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज (डीजीएचएस) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के अधिकारी शामिल हुए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोविड के नये मामले केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों से सामने आये हैं हालांकि ज्यादातर मामले हल्के हैं और मरीज घर में ही आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं।
भारत में जेएन.1 वैरिएंट सबसे आम
भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्शियम (इंसाकॉग) के अनुसार भारत में कोविड-19 के वेरिएंट एनबी.1.8.1 का एक और एलएफ.7 प्रकार के चार मामले मिले हैं। चीन और एशिया के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है। डब्ल्यूएचओ ने इन्हें चिंताजनक नहीं माना है लेकिन निगरानी में रखे गये वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। हालांकि एनबी.1.8.1 के ए435एस, वी445एच, और टी478आई जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता। भारत में जेएन.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद बीए.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।