

नई दिल्ली : कांग्रेस ने गुरुवार को दावा किया कि सरकार आपातकाल के 50 साल पूरे होने के मौके पर 25 एवं 26 जून को संसद का विशेष सत्र बुलाने की तैयारी में है जबकि पिछले 11 वर्षों से देश में अघोषित आपातकाल लगा हुआ है। पार्टी ने साथ ही यह दावा भी किया प्रधानमंत्री इन सवालों से लगातार बचते रहे हैं कि पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकी अब तक फरार क्यों हैं, उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संघर्षविराम के लिए मध्यस्थ बनने की अनुमति क्यों दी और 19 जून, 2020 को सार्वजनिक रूप से चीन को क्लीन चिट क्यों दी ?
सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग नहीं मानी
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश में है। मुख्य विपक्षी दल के दावे पर फिलहाल सरकार या भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि 22 अप्रैल की रात से ही कांग्रेस पहलगाम आतंकी हमलों और उससे उत्पन्न हालात को लेकर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग कर रही है।
यह बैठक अभी तक नहीं बुलायी गयी है। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि 10 मई को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष दोनों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया था ताकि पहलगाम आतंकी हमलों और उससे जुड़ी परिस्थितियों पर चर्चा की जा सके और एक साझा प्रस्ताव के माध्यम से सामूहिक संकल्प प्रकट किया जा सके लेकिन प्रधानमंत्री ने उस सुझाव को भी स्वीकार नहीं किया है और अब सुनने को मिल रहा है कि 25-26 जून को आपातकाल की 50वीं बरसी पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जायेगा।
पीएम पाकिस्तान के बजाय कांग्रेस को निशाना बना रह
बाद में रमेश ने एक भेंट में कहा कि वर्तमान मुद्दों और चुनौतियों के बारे में बात करने के बजाय सत्तापक्ष इस बात पर चर्चा करना चाहता है कि 50 साल पहले क्या हुआ था। उन्होंने यह सवाल भी किया कि पहलगाम आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को अब तक क्यों नहीं पकड़ा गया? रमेश ने कहा कि जब पाकिस्तान और आतंकवादियों को निशाना बनाना चाहिए, तब भाजपा को केवल कांग्रेस को निशाना बनाने और उस पर हमला करने में दिलचस्पी है।