

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : मायाबंदर स्थित आर.पी. अस्पताल की बिगड़ती स्थिति को लेकर स्थानीय लोगों में गंभीर चिंता है। इस विषय में सामाजिक संगठन ‘आवर राइट्स ऑर्गेनाइजेशन’ ने औपचारिक रूप से अंडमान एवं निकोबार प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। संगठन ने स्वास्थ्य आयुक्त-सह-सचिव को पत्र भेजकर उत्तर और मध्य अंडमान क्षेत्र के निवासियों की शिकायतों को रेखांकित किया है, जिनमें अस्पताल के खराब प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितताओं का जिक्र है। प्रतिनिधित्व के अनुसार अस्पताल में कई आवश्यक डायग्नोस्टिक और चिकित्सीय उपकरण लंबे समय से गैर-कार्यशील हैं, जिससे मरीजों और आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। संगठन ने यह भी बताया कि इन उपकरणों को संचालित करने के लिए आवश्यक तकनीकी स्टाफ की कमी है, जो स्थिति को और गंभीर बना रही है। इसके अलावा, अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या भी कम है और अधिकांश क्षेत्र संविदा डॉक्टरों पर निर्भर है, क्योंकि उत्तर एवं मध्य अंडमान में लंबे समय से कोई स्थायी चिकित्सा अधिकारी नियुक्त नहीं किया गया है।
इस कमी के कारण समय पर और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना मुश्किल हो रहा है, जिसका सीधा असर स्थानीय जनता पर पड़ रहा है। स्थानीय लोग इस अस्पताल पर पूरी तरह निर्भर हैं और उन्हें पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधा की आवश्यकता है। ‘आवर राइट्स ऑर्गेनाइजेशन’ के अध्यक्ष सी. सरवनन ने स्वास्थ्य विभाग से अपील की है कि अस्पताल की स्थिति की तत्काल जांच की जाए और आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएँ। उन्होंने कहा कि यदि पर्याप्त स्टाफ की तैनाती की जाए और सभी उपकरणों को पुनः चालू किया जाए, तो यह क्षेत्रवासियों के लिए अत्यंत लाभकारी होगा। संगठन ने प्रशासन से समय पर कार्रवाई करने का आग्रह किया, ताकि आर.पी. अस्पताल का संचालन सुचारु रूप से हो सके और स्थानीय जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ मिलें। संगठन का कहना है कि पर्याप्त डॉक्टरों और तकनीकी स्टाफ के साथ, अस्पताल अपनी सेवाओं को बेहतर तरीके से चला सकता है और क्षेत्रवासियों की स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा कर सकता है।