

कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने एक फिल्म (अक्षय कुमार की 'केसरी 2') का हवाला देते हुए कहा कि उसमें शहीद खुदीराम बोस का नाम 'सिंह' और शहीद प्रफुल्ल चाकी का नाम बदल दिया गया, जो बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।
‘नीति आयोग’ में न नीति है न आयोग
सीएम ने कहा, क्या आपको स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करते हुए शर्म नहीं आती? हम दूसरों का अपमान नहीं करते, लेकिन आप इतिहास को विकृत कर रहे हैं। क्या आप सोचते हैं कि बंगाल को यूं ही ठगा जा सकता है? जनता इसका करारा जवाब देगी। ममता बनर्जी ने केंद्र पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विचारों और योगदान को मिटाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आपने नेताजी पर फिल्म बनाने की बात कही थी, क्या अब तक उनकी मृत्यु से जुड़ा रहस्य सुलझा? नहीं। आपने सिर्फ नाम बदलने, पाठ्यक्रम बदलने और खुद की वाहवाही लूटने का काम किया है। सीएम ने कहा, नेताजी ने आजाद हिंद फौज बनाई, पंचवर्षीय योजना और योजना आयोग की नींव रखी। आपने सब खत्म कर दिया। आप ‘नीति आयोग’ लाए, जिसमें न नीति है न आयोग। आपने क्या कभी नेताजी को आजाद हिंद फौज के लिए श्रेय दिया? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ आत्मप्रचार में लगी है और संस्कृति मंत्रालय इतिहास को तोड़-मरोड़ कर बनायी गयी फर्जी और प्रायोजित फिल्मों के जरिए जनता को गुमराह कर रहा है। ममता बनर्जी ने यह भी स्पष्ट किया कि हम श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सम्मान करते हैं, आप मेरे फेसबुक पोस्ट देखकर जान सकते हैं। हम छोटे मन वाले लोग नहीं हैं लेकिन आप नेताजी के आदर्शों को ही मिटा रहे हैं। उनका यह बयान केंद्र सरकार की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक नीतियों पर बड़ा राजनीतिक हमला माना जा रहा है।