त्योहार शांतिपूर्वक संपन्न हों, गलती की कोई गुंजाइश नहीं : ममता

उल्टारथ, श्रावणी मेला और मुहर्रम पर नवान्न में की विशेष बैठक
CM Mamata Banerjee during meeting at Nabanna
CM Mamata Banerjee during meeting at Nabanna
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कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उल्टारथ, श्रावणी मेला और मुहर्रम तीन धार्मिक उत्सवों को लेकर बुधवार को नवान्न में करीब 45 मिनट तक उच्चस्तरीय बैठक की। सूत्रों के अनुसार, रथ यात्रा की तरह ही उल्टारथ को भी गंभीरता से लेने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने व्यवस्थाओं में कोई चूक नहीं हो, इस पर विशेष जोर दिया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उल्टारथ के दौरान वे स्वयं दीघा नहीं जाएंगी, लेकिन उनके प्रतिनिधि के तौर पर सभी मंत्री जिन्होंने रथयात्रा में भाग लिया था, वहां मौजूद रहेंगे।

गुरुवार को ब्रिगेड में इस्कॉन की उल्टारथ में शामिल होंगी सीएम

बैठक में ममता ने रथ यात्रा के दौरान हुई कुछ खामियों का जिक्र किया और निर्देश दिया कि उल्टारथ में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। दीघा में रथ यात्रा के दिन जैसी व्यवस्था थी, वैसी ही व्यवस्था उल्टारथ में भी होनी चाहिए। साथ ही, मंदिर प्रबंधन को पुरी के तर्ज पर रथ में स्टीयरिंग, ब्रेक और मोटर लगाने की संभावना पर विचार करने को कहा। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार प्रभु जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की प्रतिमाएं उल्टारथ के बाद सीधे मंदिर में स्थापित नहीं होंगी, बल्कि तीन दिन तक मंदिर परिसर में रथ में ही रहेंगी। आठ जुलाई को एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान करने के बाद उन्हें मंदिर में पुनः स्थापित किया जाएगा। तब तक दीघा जगन्नाथ मंदिर के अंदर और बाहर कड़ी सुरक्षा रहेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि वह गुरुवार को ब्रिगेड परेड ग्राउंड में इस्कॉन की रथ यात्रा में शामिल होंगी। बैठक में श्रावणी मेला और मुहर्रम को लेकर भी चर्चा हुई। चूंकि उल्टारथ और मुहर्रम एक ही दिन हैं, इसलिए मुख्यमंत्री ने राज्य प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पुलिस को विशेष रूप से चौकस रहना होगा। मुख्यमंत्री ने पुलिस और जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि ये धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक और निर्विघ्न तरीके से संपन्न हों।

श्रावणी मेले पर विशेष फोकस

बताया गया कि 10 जुलाई के बाद से श्रावणी मेला शुरू हो जाएगा, जिसे ध्यान में रखते हुए कई अहम निर्देश दिए गए। इनमें वॉच टॉवर बनाने, सड़कों को खाली रखने, भगदड़ जैसी घटनाओं से बचाव के लिए सभी जरूरी इंतजाम करने के साथ ही ‘मे आई हेल्प यू’ काउंटर लगाने को कहा गया। ममता ने यह भी निर्देश दिया कि दीघा में रथ यात्रा के दिन जिन-जिन मंत्रियों ने जिन-जिन जिम्मेदारियों को संभाला था, वही मंत्री श्रावणी मेले में भी उन्हीं जिम्मेदारियों को निभाएंगे।

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