
दीघा: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रथयात्रा से दो दिन पहले बुधवार को दीघा पहुँच गईं। इस वर्ष पहली बार दीघा के समुद्रतट पर भव्य रथयात्रा का आयोजन होने जा रहा है, जिसे लेकर जनमानस में भारी उत्साह देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री का यह दौरा न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सीएम से मिलने के लिए उमड़ी भीड़
दीघा पहुंचने से पहले ही मुख्यमंत्री ने वहां रोड-शो किया। कांथी सेंट्रल बस स्टैंड पर मुख्यमंत्री कार से उतरीं। उनसे मिलने हजारों लोग पहुँचे। समुद्र तटीय शहर में प्रवेश करने से पहले ममता ने सड़क के दोनों ओर मौजूद कार्यकर्ताओं, समर्थकों और आम लोगों से बातचीत की। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दीघा जगन्नाथ धाम पहुँच कर उन्होंने रथयात्रा की तैयारियों का जायजा लिया।
सोशल मीडिया पर साझा किया भावुक संदेश
बाद में सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा, दीघा जगन्नाथ धाम अब भक्तों के आनंद का केंद्र बन चुका है। यह न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रहा है, बल्कि दीघा को एक स्थायी तीर्थ और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रहा है। ममता ने आगे लिखा, इस साल पहली बार दीघा के समुद्र तट पर रथयात्रा का आयोजन होने जा रहा है, यह विचार ही बंगाल के निवासियों के दिलों में नयी ऊर्जा और श्रद्धा का संचार कर रहा है। ममता बनर्जी ने खुद तैयारियों का निरीक्षण करते हुए यह भी कहा कि सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं ताकि यह आयोजन शांतिपूर्ण और भव्य तरीके से संपन्न हो। उन्होंने बंगाल की सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए लिखा, बंगाल श्रीचैतन्य, रामकृष्ण परमहंस, मां सारदा और स्वामी विवेकानंद की पुण्य भूमि है। हमारी संस्कृति की नींव करुणा, सद्भाव और सार्वभौमिक एकता पर टिकी है। जगन्नाथ देव के आशीर्वाद से हम प्रगति, शांति और समृद्धि की ओर अग्रसर रहेंगे। इस विषय पर राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह पहल आने वाले समय में दीघा को भक्ति और पर्यटन के एक नये केंद्र के रूप में स्थापित कर सकती है। शुक्रवार 27 जून को सीएम ममता बनर्जी रथयात्रा का उद्घाटन करेंगी।