कोलकाता: महावीर जयंती की पूर्व संध्या पर सीएम ममता बनर्जी ने अपने अंदाज में भगवान महावीर के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही जैन धर्म और समुदाय के प्रति अपनी भावपूर्ण श्रद्धा निवेदित की। बुधवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में 'विश्व नवकार महामंत्र दिवस' में भाग लेते हुए उन्होंने कहा, 'मैं बचपन से ही जैन धर्म और भगवान महावीर के बारे में जानती हूँ। स्कूल की पाठ्य पुस्तकों में हमें जैन धर्म के अंतर्गत 'श्वेताम्बर' और 'दिगंबर' संप्रदायों के बारे में पता चला। जैन हमेशा प्रेम फैलाने में विश्वास करते हैं। वे जीयो और जीने दो की अवधारणा में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा, भगवान महावीर को वर्धमान के नाम से भी जाना जाता है, उनके नाम पर हमारा एक जिला है। यह बहुत सम्मान की बात है।
'क्षमा' जैन धर्म का एक और सुनहरा पहलू है'
सीएम ने कहा, मैं कई बार पारसनाथ मंदिर जा चुकी हूं। मंदिर प्रबंधन ने मुझे पानी की समस्या के बारे में बताया था, जिसे मैंने एक सप्ताह के भीतर हल कर दिया। उन्होंने यह भी कहा, हमारे राज्य में कई जैन मंदिर हैं, जो हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने यह भी कहा, मैंने देखा कि आपने कई लोगों को आमंत्रित किया है, उनका पूरे दिल से स्वागत किया है। यह जैन संस्कृति और परंपरा है। मैं आपको नमन करती हूं। उन्होंने यह भी कहा, 'क्षमा' जैन धर्म का एक और सुनहरा पहलू है। भगवान महावीर के जीवन ने हमें कई तरह से प्रेरित किया है। 'क्षमा का मार्ग' निश्चित रूप से अन्य तरीकों में से एक है।
'मैं आप के खिलाफ नहीं, आपके साथ हूं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके श्री चरणों में श्रद्धा रखते हुए हमने महावीर जयंती के पावन अवसर पर 10 अप्रैल को राजकीय अवकाश घोषित किया है। उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में नवकार मंत्र समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। मैं आपके माध्यम से विश्व भर के जैन समुदाय के लोगों से कहती हूं, जीयो और जीने दो। मुझ पर भरोसा रखो, मैं आप के खिलाफ नहीं हूँ। मैं आपके साथ हूं। उन्होंने कहा कि यह 'नवकार महामंत्र' देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। अंत में उन्होंने 'नमो अरिहंत' मंत्र का जाप भी किया, जिसे सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये।