

कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सात दिवसीय यात्रा पर ब्रिटेन गयी हैं। वहां भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी के निमंत्रण पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। लंदन में भारतीय उच्चायुक्त दोरईस्वामी इस कार्यक्रम के मेजबान के रूप में मौजूद थे। भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने फूलों का गुलदस्ता देकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का स्वागत किया, वहीं मुख्यमंत्री ने उच्चायुक्त दोरईस्वामी को अपनी पेंटिंग्स और अपनी लिखी कविताओं की पुस्तक भेंट की। अपनी कविताओं का संग्रह 'कविता बितान' और अपनी राजनीतिक यात्रा से संबंधित चित्रों से बनी एक हार्ड कवर पुस्तक 'ममता: फ्रेम्स ऑफ चेंज, ए पिक्टोरियल ट्रिब्यूट' भी भेंट की। संयोग से ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग के साथ बंगाली और बंगाल के संबंध गहरे हैं। दोरईस्वामी ने कहा कि भारतीय दूतावास की आंतरिक साज-सज्जा एक बंगाली वास्तुकार द्वारा की गई है। उनकी पत्नी संगीता का भी बंगाल से गहरा संबंध है। वर्तमान उप उच्चायुक्त सुजीत घोष भी बंगाली हैं। कई बंगाली भी उच्चायोग में काम करते हैं। बेशक, मुख्यमंत्री ने सोमवार की रात उच्चायोग के कार्यक्रम में कविता पाठ नहीं किया, लेकिन उन्होंने गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर का गाना, 'प्राणो भोरिये तृषा होरिये' गा कर सब को मंत्रमुग्ध कर दिया। तालियों के गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया गया। इसके बाद इंडिया हाउस के गांधी हॉल में एक विशेष बैठक हुई। वहां उन्होंने बंगाल की शानदार सफलता पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने बंगाल के बारे में कहा, बंगाल दीवारें बनाने में नहीं, बल्कि रिश्तों का पुल बनाने में विश्वास रखता है।