नई दिल्ली: छठ पूजा के पहले दिन नहाय खाय में कद्दू भात का विशेष महत्व है। यह पकवान न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है, बल्कि सेहत के लिए भी लाभकारी है। कद्दू भात का सेवन व्रत के दौरान किया जाता है और इसका सेवन विशेष रूप से शरीर को उर्जा प्रदान करने और पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है।
कद्दू भात के सेहत लाभ:
- पाचन में मददगार: कद्दू में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है। इससे पेट साफ रहता है और कब्ज की समस्या दूर रहती है। व्रत के दौरान यह खास तौर पर मददगार होता है, क्योंकि इससे पेट भरा रहता है और भूख का एहसास कम होता है।
- कम कैलोरी: कद्दू में कैलोरी की मात्रा कम होती है, जिससे यह वजन कंट्रोल करने के लिए एक अच्छा विकल्प बनता है। व्रत के दौरान जब खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित होता है, तो कद्दू भात एक हल्का और सेहतमंद भोजन होता है।
- एंटीऑक्सीडेंट्स और कैरोटीनॉयड्स: कद्दू में एंटीऑक्सीडेंट्स और कैरोटीनॉयड्स होते हैं, जो शरीर को भीतर से मजबूती देते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। यह त्वचा के लिए भी लाभकारी है, और व्रत के दौरान शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने में सहायक होता है।
- पोटेशियम: कद्दू में पोटेशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह शरीर को ताजगी और ऊर्जा देने का काम करता है।
- चावल में कार्बोहाइड्रेट्स: कद्दू के साथ चावल मिलाकर कद्दू भात तैयार किया जाता है, जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं। खासकर व्रत के दौरान, यह शरीर को ऊर्जा देने का एक बेहतरीन तरीका है, जिससे थकान का एहसास नहीं होता।
कद्दू भात छठ पूजा के नहाय खाय में खाया जाता है और यह एक सात्विक और पोषक तत्वों से भरपूर पकवान है। यह पाचन तंत्र को सुधारने, ऊर्जा प्रदान करने और शरीर को सेहतमंद रखने में मदद करता है। साथ ही, इसका सेवन व्रत के दौरान भूख और कमजोरी को कम करता है, जिससे लोग पूरे दिन के उपवासी रहने के दौरान भी ताजगी महसूस करते हैं।
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