कोलकाता : आस्था का महापर्व छठ पूजा मंगलवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है। बंगाल में लाखों श्रद्धालु छठ पूजा करते हैं। प्रशासन छठ पूजा को लेकर अलर्ट मोड में है। चार दिवसीय चलने वाले इस पर्व के पहले दिन नहाय खाय में लौकी की सब्जी, चने की दाल और चावल खाने का विधान है। मंगलवार को छठव्रतियों ने स्नान के बाद सूर्य देव की पूजा की। इसके बाद भोजन में चावल-दाल और लौकी की सब्जी प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया। आज बुधवार को छठ पूजा के दूसरे दिन खरना होगा। आज चूल्हेे पर गुड़ और चावल की विशेष खीर बनायी जायेगी। पूजा के बाद छठव्रती प्रसाद को ग्रहण करेंगी। विशेष बात यह है कि छठव्रती खरना का प्रसाद खाते समय बिल्कुल भी नहीं बोलते हैं। वहीं दोबारा नहीं मांगते हैं। शांत वातावरण में पूजा की जाती है। छठव्रती खरना की तैयारी में जुट गये हैं।
कल पहला अर्घ्य, तैयारी अंतिम चरण में : कल शाम को पहला अर्घ्य दिया जायेगा। शुक्रवार की सुबह में दूसरा अर्घ्य दिया जायेगा। इससे पहले प्रशासन की तरफ से सभी तैयारियां पूरी करने का निर्देश है। शिल्पांचल, बैरकपुर, हावड़ा, हुगली, कोलकाता, दक्षिण 24 परगना, नार्थ बंगाल के जिले इन सभी जगहों पर घाटों को तैयार करने का काम कहीं पूरा हो गया है तो कहीं अंतिम चरण में है। आसनसोल शिल्पांचल, कोयलांचल में लगभग सैकड़ों घाटों पर छठ पूजा होगी। आगरपाड़ा, बैरकपुर, पानीहाटी, नैहाटी, टीटागढ़, हालीशहर, कांचरापाड़ा के घाटों पर भारी संख्या में छठव्रती पूजा करेंगे। यहां भी पालिकाओं की तरफ से तैयारियां अंतिम चरण में हैं। कोलकाता नगर निगम एरिया में इस बार 160 से अधिक घाटों पर पूजा की तैयारियां हैं। हावड़ा क्षेत्र में 143 घाटों, दक्षिण 24 परगना में 100 से अधिक घाटों पर छठ पूजा की तैयारियां हैं। केएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 160 से अधिक पक्के, छोटे, बड़े व कृत्रिम घाटों पर पूजा होगी। थोड़ी बहुत काम कहीं बाकी है तो उसे आज पूरा कर लिया जायेगा। आज भी वरिष्ठ अधिकारी घाटों का दौरा करेंगे और व्यवस्थाओं काे देखेंगे।