नयी दिल्ली : सेना ने रविवार को स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाइयां रोकने को लेकर गत 12 मई को बनी सहमति जारी रहेगी। सेना ने साथ ही इन कयासों को खारिज कर दिया कि यह सहमति अस्थायी है और इसकी अवधि आज (रविवार को) समाप्त हो जायेगी।
आतंकी हमले को अब ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जायेगा
सेना के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि जहां तक सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) स्तर की बातचीत के दौरान सैन्य कार्रवाइयां रोकने को लेकर बनी सहमति जारी रखने का सवाल है, तो इसकी कोई एक्सपायरी डेट (मियाद) नहीं है। अधिकारी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच कोई वार्ता रविवार को निर्धारित नहीं है। गत 12 मई को हुई डीजीएमओ बातचीत में स्थायी शांति पर चर्चा हुई और अगली बैठक जल्द होने की उम्मीद है। भारत ने साफ किया है कि किसी भी आतंकी हमले को अब ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जायेगा।
पाक की गुहार पर हुआ था संघर्ष विराम
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के बाद 10 मई को शाम 5 बजे से संघर्ष विराम लागू हुआ था। उस दिन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि की थी कि दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच हॉटलाइन पर बातचीत के बाद यह समझौता हुआ। हालांकि संघर्ष विराम लागू होने के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और गुजरात में ड्रोन हमले और गोलीबारी करके समझौते का उल्लंघन किया, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। गत 13 मई को डीजीएमओ स्तर पर एक और दौर की बातचीत हुई, जिसमें पाकिस्तान ने वादा किया कि वह संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं करेगा।
सीमाई राज्यों में हालात सामान्य की ओर लेकिन सेना अलर्ट
जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब में हालात सामान्य हो रहे हैं, सड़कों पर आवाजाही बढ़ी है और दुकानें खुल रही हैं। हालांकि, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। जम्मू-कश्मीर में धार्मिक स्थलों, जैसे रघुनाथ मंदिर और जामिया मस्जिद, की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान आधारित मालवेयर हमले के खिलाफ साइबर अलर्ट भी जारी किया है।