

कोलकाता : मंगलवार काे दिन भर रूट 37 में बसें बंद रहने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आखिरकार स्थानीय पार्षद के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा। बस संगठनों के सदस्यों का आरोप है कि 21 जुलाई की सभा में नहीं जाने के कारण यूनियन की ओर से 40 स्टाफ सदस्यों को सस्पेंड कर दिया गया। इसका विरोध जताते हुए बस मालिकों व स्टाफ ने मिलकर पूरी रूट में बस सेवा बंद कर दी। इस कारण सुबह 8.30 बजे से ही रूट नं. 37 पर 44 बसें बंद रहीं और इससे यात्रियों काे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यहां उल्लेखनीय है कि उक्त रूट में ढाकुरिया से हावड़ा स्टेशन के लिए बसें चलती हैं। आखिरकार स्थानीय पार्षद मौसमी दास मौके पर पहुंचीं और बस मालिकों व यूनियन में बातचीत कराकर मामले को सुलझाया। उन्होंने कहा कि सस्पेंड किये जाने के मामले की जानकारी उन्हें नहीं थी। बस यूनियनों और मालिकों में विवाद की खबर पाकर वह मौके पर पहुंचीं और सस्पेंशन वापस करवाया। इसके बाद अपराह्न 3 बजे से पुनः बस सेवाएं चालू की गयीं।