

मुंबईः बॉम्बे उच्च न्यायालय, कुछ स्थानीय अदालतों और दक्षिण मुंबई में स्थित दो प्रमुख बैंकों को बृहस्पतिवार को ईमेल के जरिए बम की धमकियां मिलीं। लेकिन, इन संस्थानों में तलाशी के दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला और ये धमकियां झूठी निकलीं।
एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर की एक अदालत को भी इसी तरह की बम से उड़ाने की धमकी वाला ईमेल मिला था, जो फर्जी निकला। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "बॉम्बे उच्च न्यायालय, सत्र अदालत, दक्षिण मुंबई के मझगांव और एस्प्लेनेड अदालत, बांद्रा और अंधेरी में स्थित दो मजिस्ट्रेट अदालत और दो प्रमुख बैंकों को सुबह बम से उड़ाने की धमकी वाले ईमेल प्राप्त हुए। इनमें से अधिकांश स्थानों को तुरंत खाली करा लिया गया। बम निरोधक दस्ता (बीडीडीएस) बुलाया गया, लेकिन तलाशी में कहीं भी कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।"
बार एसोसिएशन ने धमकी पर जतायी चिंता
बॉम्बे उच्च न्यायालय के दो बार एसोसिएशनों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सुरक्षा चिंताओं के कारण, उच्च न्यायालय के कर्मचारियों को तलाशी अभियान के लिए तुरंत परिसर से बाहर जाने के लिए कहा गया था। एसोसिएशन के अध्यक्ष नितिन ठक्कर ने कहा, "धमकी और तलाशी अभियान के कारण अदालती कार्यवाही लगभग एक घंटे तक बाधित रही। सभी अदालती कमरों की गहन तलाशी ली गई और सुनवाई दोपहर तीन बजे फिर से शुरू हुई।"
अंधेरी में धमकी से कोर्ट की कार्यवाही स्थगित
अंधेरी में हुई घटना के बारे में वकील अली काशिफ खान ने कहा कि वह महानगर मजिस्ट्रेट की अदालत में सुनवाई के लिए आए थे। उन्होंने कहा, "लेकिन मजिस्ट्रेट ने अचानक बिना कोई कारण बताए सभी मामलों में सुनवाई स्थगित करना शुरू कर दिया।" वकील अली काशिफ खान ने कहा, "जैसे ही हम नीचे आए, सभी कारों को अदालत परिसर से बाहर निकालने के लिए कहा गया, और वहां हमें अदालत के पुलिस अधिकारियों से पता चला कि बम निरोधक दल जांच करने आ रहा है।"
नागपुर अदालत में भी नकली निकली धमकी
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बांद्रा मजिस्ट्रेट अदालत को आज सुबह उसके आधिकारिक ईमेल आईडी पर बम से उड़ाने की धमकी वाला ईमेल प्राप्त हुआ। निर्मल नगर पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया, "सूचना मिलते ही पुलिस, बम निरोधक दस्ते और अन्य सुरक्षाकर्मी अदालत पहुंचे और परिसर की गहन तलाशी ली। हालांकि, तलाशी के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।" नागपुर जिला एवं सत्र न्यायालय को एक ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें इमारत के अंदर बम होने का दावा किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने परिसर की तलाशी शुरू की।