निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बनगाँव: उत्तर 24 परगना जिले के गाईघाটা प्रखंड विकास अधिकारी (BDO) कार्यालय परिसर में बुधवार को उस समय भारी तनाव फैल गया, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा ने BDO और संयुक्त प्रखंड विकास अधिकारी (Joint BDO) की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाते हुए एक विशाल विरोध रैली निकाली और अंततः कार्यालय का घेराव किया।
भाजपा का मुख्य आरोप राज्य में चल रही विशेष मतदाता सूची संशोधन (SIR) प्रक्रिया से जुड़ा है। भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं का दावा है कि इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया के दौरान जॉइंट BDO ने भाजपा के एक निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उनके साथ दुर्व्यवहार (अपमान) किया। बनगाँव दक्षिण के भाजपा विधायक स्वपन मजुमदार ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन पूरी तरह से सत्ताधारी दल के इशारे पर काम कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के निर्वाचित पंचायत सदस्यों को जानबूझकर विकास कार्यों से वंचित रखा जा रहा है और उन्हें कोई काम नहीं दिया जा रहा है। साथ ही, पंचायत समिति में विपक्ष की नेता को नियम के अनुसार कार्यालय में कमरा आवंटित नहीं किया गया है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है।
दोपहर के समय जब भाजपा की रैली BDO कार्यालय के मुख्य द्वार पर पहुँची, तो वहां पहले से तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोकने की कोशिश की। देखते ही देखते विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया। आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस के घेरे को तोड़ने की कोशिश की और इसी अफरा-तफरी में BDO कार्यालय का मुख्य गेट टूट गया। गेट टूटने के बाद बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भीतर घुसने का प्रयास करने लगे, जिससे स्थिति अनियंत्रित हो गई। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की चलती रही। पुलिस ने सुरक्षा घेरा मजबूत कर किसी तरह स्थिति को संभाला और कार्यकर्ताओं को मुख्य भवन तक पहुँचने से रोका।
काफी मशक्कत के बाद विधायक स्वपन मजुमदार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन (डेपुटेशन) सौंपा। भाजपा नेतृत्व ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि जॉइंट BDO के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं हुई और विपक्षी सदस्यों के साथ हो रहा भेदभाव बंद नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में गाईघाटा में प्रशासन का कामकाज पूरी तरह ठप कर दिया जाएगा। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव बना हुआ है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है।