

नई दिल्ली - 9 फरवरी रिववार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य में पिछले कई महीनों से हिंसा के कारण हालात ठीक नहीं हैं, जिससे उनके इस्तीफे को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। अब मणिपुर भाजपा की अध्यक्ष ए शारदा देवी ने इसकी असली वजह बताई है। भाजपा अध्यक्ष ए शारदा देवी ने एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए लिया गया है।
विधायकों के बीच कोई मतभेद नहीं है - शारदा देवी
रविवार को मीडिया से बात करते हुए शारदा देवी ने बताया कि एन बीरेन सिंह ने राज्य के लोगों की भलाई के लिए अपना इस्तीफा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि एन बीरेन सिंह ने केंद्र सरकार से मणिपुर के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है। शारदा देवी ने यह साफ कर दिया कि पार्टी के विधायकों के बीच कोई मतभेद नहीं है।
भाजपा नेता ए शारदा देवी ने कहा, "हमारे सीएम ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने राज्य के लोगों के लिए इस्तीफा दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार से राज्य की अखंडता की रक्षा करने और अपने लोगों की रक्षा करने का भी अनुरोध किया है। उनका इस्तीफा राज्य के भविष्य को ध्यान में रखते हुए दिया गया है। पार्टी के विधायकों के बीच कोई मतभेद नहीं है। सीएम राज्य में शांति चाहते हैं और उन्होंने केंद्र से लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया है।"
एन बीरेन सिंह के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए, असम के दरांग-उदलगुरी से भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने कहा, "मुझे अभी उनके इस्तीफे के बारे में जानकारी मिली है। यह उनका निर्णय है। मैं अपने मंत्रिमंडल के साथ इस पर चर्चा करूंगा और हमारी पार्टी मणिपुर के संबंध में चर्चा के अगले पाठ्यक्रम पर फैसला करेगी। हम बस चाहते हैं कि मणिपुर प्रगति करे और शांति हो।"
लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही - एन बीरेन सिंह
रविवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में दो साल से जारी हिंसा के बाद राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा 3 मई 2023 को शुरू हुई थी, जब ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (ATSUM) ने एक रैली निकाली थी। यह रैली तब हुई जब मणिपुर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने पर विचार करने का निर्देश दिया था।
इस्तीफा देते समय बीरेन सिंह के साथ भाजपा अध्यक्ष ए शारदा देवी, उत्तर पूर्व मणिपुर प्रभारी संबित पात्रा और 19 विधायक मौजूद थे। अपने पत्र में उन्होंने लिखा, "मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है।"