पटनाः बिहार चुनाव के लिए मतदान का दिन करीब आते ही चुनाव आयोग भी सक्रिय हो गया है। चुनाव आयोग के आदेश पर बिहार के सत्तारूढ दल जदयू के बड़े नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के खिलाफ मोकामा में केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई विपक्षी दल राजद की शिकायत के बाद की गई है।
राजद ने की थी चुनाव आयोग से शिकायत
पटना पुलिस ने ललन सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। भड़काऊ भाषण देने के सिलसिले में यह केस दर्ज हुआ है। सोमवार को जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह के प्रचार के लिए ललन सिंह ने एक चुनावी सभा को संबोधित किया था। कथित तौर पर इस सभा में उन्होंने कुछ विपक्षी नेताओं को घर से बाहर नहीं निकलने देने की बात कही थी। राजद ने इसका वीडियो जारी करते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी। इस शिकायत के आधार पर ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
जिला प्रशासन ने वीडियो देखा
ललन सिंह के खिलाफ एफआईआर के संबंध में पटना जिला प्रशासन ने एक्स पर एक ट्वीट कर जानकारी दी है। उसने लिखा,'जिला प्रशासन की वीडियो निगरानी टीम ने वी़डियो की जाच की। जांच के बाद इस मामले में ललन सिंह उर्फ राजीव रंजन सिंह के खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।'
ललन सिंह ने मोकामा में संभाला मोर्चा
बिहार चुनाव के लिए प्रथम चरण के तहत छह नवंबर को मतदान होना है। मोकामा में भी इसी दिन मतदान होना है। अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद उनके लिए प्रचार का जिम्मा केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने संभाल रखा है। उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अनंत सिंह को साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। अब जब कि वह नहीं हैं तो उनके प्रचार का जिम्मा मेरे हाथ में हैं। ललन सिंह ने यह कथित तौर पर कहा था कि यहां एक-दो नेता हैं जिन्हें चुनाव के दिन नहीं निकलने देना है। घर में ही बंद कर दीजियेगा। अगर हाथ-पैर जोड़े तो कहियेगा कि हमारे साथ चल कर वोट दीजिये और घर में बैठिये।
जदयू ने अपने नेता का किया बचाव
राजद ने ललन सिंह के बयान को लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए चुनाव आयोग से कानूनी कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि इधर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि ललन सिंह ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है जो चुनाव आचार संहिता के खिलाफ है। उनके वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है।