नई दिल्ली - महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मचे भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद शासन ने सख्त कदम उठाए हैं। मेला क्षेत्र में कई बड़े बदलाव कर दिए गए हैं। मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही कई रास्तों को वन वे कर दिया गया है। फिलहाल मेला क्षेत्र में हालात काबू में हैं। भगदड़ के बाद सीएम योगी ने जिम्मेदार अधिकारियों संग बैठक भी की है। इसके साथ ही कई जरूरी निर्देश भी दिए जिनका पालन किया जा रहा है। आपको बता दें कि यह सारे बदलाव बसंत पंचमी तक लागू रहेंगे।
भगदड़ के बाद यह बदलाव हुए
भगदड़ के बाद काली रोड पार्किंग को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। लाल मार्ग पर भी वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इन जगहों पर ना तो वाहन खड़े करने दिए जा रहे हैं और ना ही श्रद्धालुओं की भीड़ जमने दी जा रही है। प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं। सभी अपने घर लौट रहे हैं। इस वजह से रेलवे से संपर्क बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन कराया जा रहा है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी लगातार चलाई जा रही हैं।
3 फरवरी को फिर से अमृत स्नान होना है
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गो पर यातायात जाम होने से रोका जा रहा है। इसके साथ ही सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जा रहा है।
आपको बता दें कि तीन फरवरी को बसंत पंचमी के मौके पर फिर से अमृत स्नान होना है। इसको लेकर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक गुरुवार को मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे। महाकुंभ में व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कुम्भ 2019 के समय प्रयागराज में बतौर मंडलायुक्त सेवा दे चुके आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी की तैनाती की जा रही है।