

भाटपाड़ा : भाटपाड़ा की रिलायंस जूट मिल में शुक्रवार की देर रात प्रबंधन ने मिल में श्रमिक असंतोष व कार्य ठीक से ना होने को कारण बताकर मिल में अस्थायी कार्यस्थगन की नोटिस लगा दी। मिल श्रमिकों ने कहा कि गुरुवार की रात की शिफ्ट में भी काम हुआ था मगर शनिवार की सुबह जब वे लोग मिल में काम करने पहुंचे तो पाया कि वहां अस्थायी कार्यस्थगन, नो वर्क नो पे की नोटिस लगा दी गयी थी। श्रमिकों ने कहा कि मिल प्रबंधन द्वारा मशीनों में मोटर लगाने को लेकर ही अनबन हुई थी हालांकि उन्हें इसका अंदाजा नहीं था कि इसके बाद प्रबंधन द्वारा यह नोटिस लगा दी जायेगी। इससे उनके सामने रोजी रोटी की समस्या आ खड़ी हुई है। मिल प्रबंधन के अधिकारी पीके पांडेय ने कहा कि मिल मालिक हमेशा ही मिल चलाने के पक्ष में हैं। यहां बड़े मोटर में खराबी से एक साथ कई लूम पर काम बंद हो जाने की परेशानी देखे जाने पर ही, व काम प्रभावित ना हो इसके लिए ही मशीनों में छोटे मोटर लगाये जाने पर काम चल रहा था। कई मशीनों में काम हो भी गया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा गलत जानकारी दिये जाने पर ही श्रमिकों में विभ्रांति पैदा हुई जिससे काम प्रभावित होने और शुक्रवार को बातचीत के लिए बुलाये जाने पर जब कोई जवाब नहीं मिला तो प्रबंधन यह नोटिस लगाने पर बाध्य हुआ। वहीं मामले में दमदम-बैरकपुर जिला आईएनटीटीयूसी अध्यक्ष व जगदल के विधायक सोमनाथ श्याम ने नहा कि एक पुराने लूम और चालू लूम में सुधार करने बजाय प्रति मशीन में मोटर से श्रमिकों पर दबाव अधिक पड़ रहा था जिसको लेकर ही श्रमिकों ने अपनी बात रखी थी। हालांकि मिल को इस तरह से बंद रखना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बाबत मिल प्रबंधन व यूनियन नेताओं को लेकर बातचीत कर समाधान की कोशिश की जा रही है। भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने मिल में कार्यस्थगन को लेकर आरोप लगाया कि ठेकेदारी और ठेकेदारों का साथ देने वाले श्रमिक नेताओं की मिलीभगत से ही मिल में माहौल खराब कर दिया जाता है। उनके कारणों से मिल बंद होती है और श्रमिकों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।