

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
नदिया : सुदूर गुजरात राज्य में रोजी-रोटी कमाने गए पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी मजदूर की दुखद मौत हो गई है। यह हादसा एक निर्माणाधीन इमारत की छत से गिरने के कारण हुआ बताया जा रहा है। मृतक की पहचान नदिया जिले के हरिणघाटा निवासी मशियार बिस्वास (31) के रूप में हुई है। मशियार पेशे से राजमिस्त्री थे और शनिवार शाम को जब उनका शव उनके पैतृक गांव पहुंचा, तो पूरे इलाके में गहरा शोक छा गया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मशियार बिस्वास हरिणघाटा थाना क्षेत्र के मोललाबे लिया ग्राम पंचायत के कुरूम बेरियम इलाके के निवासी थे। अपने परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए वह लगभग दो महीने पहले ही काम की तलाश में गुजरात गए थे। परिवार को उम्मीद थी कि वह जल्द ही अच्छी कमाई करके लौटेंगे, लेकिन 16 तारीख, गुरुवार को आई मनहूस खबर ने सारी उम्मीदें तोड़ दीं।
बताया गया है कि गुरुवार को मशियार एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत पर काम कर रहे थे, तभी संतुलन बिगड़ने या किसी अन्य कारण से वह छत से नीचे गिर गए। उन्हें आनन-फानन में उठाकर स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मशियार के निधन की खबर जब हरिणघाटा स्थित उनके घर पहुंची, तो परिवार पर मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। शनिवार शाम को जब उनका पार्थिव शरीर गुजरात से उनके गांव लाया गया, तो परिवार के सदस्य और रिश्तेदार फूट-फूट कर रोने लगे। उनके घर में मातम पसर गया और पूरे कुरूम बेरियम इलाके में गमगीन माहौल बन गया।
पुलिस कर रही मामले की जांच
मृतक के परिवार ने बताया कि मशियार बिस्वास ही पूरे घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उनकी आकस्मिक मौत से परिवार के सामने अब आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
हालांकि यह घटना एक सामान्य 'हादसा' बताई जा रही है, लेकिन परिवार और स्थानीय लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। क्या यह वाकई महज़ एक दुर्घटना थी? क्या कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा गया था? या इस मौत के पीछे कोई अन्य कारण छिपा है? इन सवालों के बीच, खबर मिली है कि गुजरात पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और वह पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और कार्यस्थल पर होने वाली दुर्घटनाओं के संदर्भ में यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है, जिसका जवाब जांच के बाद ही मिल पाएगा।