
कोलकाता : पश्चिम बंगाल कविता अकादमी का कविता महोत्सव इस वर्ष आयोजित नहीं किया गया। पिछले वर्ष यह महोत्सव जनवरी के प्रथम सप्ताह में आयोजित किया गया था। इस महोत्सव का आयोजन आमतौर पर जनवरी और मार्च के बीच किया जाता है। लेकिन चूंकि इस वर्ष अभी तक ऐसा नहीं हुआ है, तो सवाल यह उठ रहा है कि क्या कविता महोत्सव बंद हो गया है? माना जा रहा है कि इसके पीछे भ्रष्टाचार का हाथ है। इस बार, कवियों, वाचकों और मशहूर हस्तियों ने इसके बारे में बात की है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को खुला पत्र लिखकर जांच की मांग की है। इस पत्र में उन्होंने लिखा है, बंगाल भारत में केवल ऐसा एक राज्य है जहां आपकी पहल पर पश्चिम बंगाल कविता अकादमी की स्थापना की गई थी। इस अकादमी की गतिविधियों को लेकर कवियों और पाठकों में लंबे समय से रोष पनप रहा है। कई शिकायतें भी उठने लगी हैं। इस अकादमी की आखिरी बैठक पिछले साल जून-जुलाई के आसपास आयोजित की गई थी जो अकादमी के लिए भी स्वस्थ नहीं है। हम अकादमी पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग करते हैं। मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र पर लगभग 100 कवियों, वाचकों और बुद्धिजीवियों ने हस्ताक्षर किया है।