

सबिता सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : मौसम विभाग ने कहा है कि 28 अक्टूबर की रात को एक गंभीर चक्रवात के आंध्र प्रदेश के तट को पार करने की संभावना है। इसका असर बंगाल में भी पड़ेगा। मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि 28 से 31 अक्टूबर तक बंगाल के कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है। राज्य सरकार ने मछुआरों को 28 से 30 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल के तट के पास और उसके आसपास समुद्र में ना जाने की सलाह दी और जो लोग पहले से ही समुद्र में हैं, उन्हें 27 अक्टूबर तक वापस लौटने को कहा। इन दिनों 40 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बहेगी। राज्य प्रशासन ने जिलों को अलर्ट किया है।
इन जिलों में असर
27 अक्टूबर से कोलकाता, दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा, झारग्राम, पुरुलिया, बांकुड़ा और हुगली सहित दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो जाएगी। 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच दक्षिण बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, हावड़ा, पुरुलिया, पूर्व और पश्चिम बर्दवान, बीरभूम और मुर्शिदाबाद जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि 30 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और मालदह में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
तापमान में गिरावट
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश तट पर मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के आसपास से मंगलवार की शाम या रात्रि के समय 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक की अधिकतम हवा की गति वाले प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में गुजरने की अत्यधिक संभावना है। इसका असर ओडिशा और बंगाल पर पड़ेगा। कोलकाता सहित जिलों में असर दिखेगा। हालांकि जिलों में सभी जगहों पर बारिश नहीं होगी। चक्रवात के आने के बाद बंगाल में उत्तर से दक्षिण तक तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।