
कोलकाता : राज्य विधानसभा में मंगलवार को भारतीय सेना की वीरता और पाकिस्तान के खिलाफ देश की रक्षा को लेकर चल रही गंभीर बहस के बीच एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब सदन संगीत की लहरों से गूंज उठा। राज्य के शिक्षा मंत्री और जाने-माने रंगकर्मी ब्रात्य बसु ने इस मौके पर प्रसिद्ध कवि शहीद कादरी की प्रसिद्ध कविता पर आधारित कबीर सुमन का गीत 'प्रियतमा, तोमाके अभिवादन' गाकर माहौल को भावनात्मक बना दिया। ब्रात्य बसु यहीं नहीं रुके। उन्होंने चार्ली चैपलिन की प्रसिद्ध फिल्म ‘द ग्रेट डिक्टेटर’ के ऐतिहासिक भाषण का अपना स्वयं का बांग्ला अनुवाद भी पढ़ा, जिसमें मानवता, स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए किए गए संघर्ष का उल्लेख है। उनकी इस प्रस्तुति ने सत्ता पक्ष के सदस्यों से जोरदार तालियां बटोरी लेकिन विपक्ष भी पीछे नहीं रहा। बीजेपी के लोकगायक से विधायक बने हरिनघाटा के प्रतिनिधि असीम सरकार ने मौके पर ही एक बाउल संगीत पर आधारित स्वरचित देशभक्ति गीत गाकर सदन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उनका गीत भारतीय सेना की बहादुरी और राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत था, जिसे सुनकर भाजपा खेमे में जोश भर गया। इस ‘संगीत की जंग’ ने सदन की गंभीर चर्चा में सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का एक नया रंग भर दिया। जहां एक ओर कुछ सदस्यों ने इसे सदन की गरिमा से जुड़ा मामला बताया, वहीं कई विधायकों ने इसे अभिव्यक्ति की लोकतांत्रिक आजादी का प्रतीक कहा। पश्चिम बंगाल की राजनीति में संगीत और साहित्य का यह अनोखा संगम अब चर्चा का विषय बन गया है।