

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बैरकपुर : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सपनों की परियोजना 'उत्सधारा' का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जिसे जल्द ही आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। राज्य पर्यटन विभाग द्वारा करीब 30 करोड़ रुपये की लागत से गंगा किनारे विकसित यह परियोजना न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी, बल्कि बैरकपुर के समृद्ध इतिहास को भी जीवंत करेगी। हाल ही में पर्यटन विभाग की मुख्य सचिव नंदिनी चक्रवर्ती और बैरकपुर के एसडीओ सौरभ चटर्जी ने विभागीय अधिकारियों के साथ परियोजना का जायजा लिया।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं और आकर्षण
उत्सधारा की इस परियोजना के तहत ऐतिहासिक गैलरी में शहीद मंगल पांडेय के योगदान, सिपाही विद्रोह और बैरकपुर की अन्य ऐतिहासिक घटनाओं को मूर्तियों, तस्वीरों और पेंटिंग्स के जरिए दर्शाया गया है। साथ ही 70 फीट ऊंचा टॉवर और सूर्य घड़ी भी पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण होगी। बच्चों के लिए विशेष चिल्ड्रेन पार्क, योग केंद्र और कैफेटेरिया के साथ-साथ गंगा तट पर मॉर्निंग और इवनिंग वॉक के लिए एक स्वच्छ और सुंदर वातावरण तैयार किया गया है। कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यहां कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जाएगा।
विकास का खाका और भविष्य की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने साल 2016 में सुकांत सदन की प्रशासनिक बैठक में इस परियोजना की घोषणा की थी। जमीन संबंधी बाधाओं को दूर करने के बाद जुलाई 2023 में इसका निर्माण कार्य युद्धस्तर पर शुरू हुआ। बैरकपुर के एसडीओ सौरभ चटर्जी ने बताया कि केवल उत्सधारा ही नहीं, बल्कि पूरे अंचल को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके तहत हालीशहर में भक्त रामप्रसाद की वीटा, पानीहाटी का खादी प्रतिष्ठान, खड़दह का 26 शिव मंदिर घाट और हालीशहर के पार्कों व गंगा घाटों के सुन्दरीकरण का कार्य भी प्रगति पर है।