निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बैरकपुर: बैरकपुर कमिश्नरेट पुलिस ने नशे के कारोबार पर नकेल कसते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है। कमिश्नरेट के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (DD) की सहायता से बीजपुर थाने की पुलिस ने कांचरापाड़ा के फोरमैन कॉलोनी इलाके में एक विशिष्ट और सुनियोजित अभियान चलाकर दो व्यक्तियों को भारी मात्रा में गांजा के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब दोनों आरोपी नशे की इस खेप को बेचने या आगे पहुँचाने की फिराक में थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार की गई है:
सुशील घोष (28 वर्ष), जो पश्चिम बंगाल के मालदा जिले का निवासी है।
अमृत मन्ना (24 वर्ष), जो दक्षिण 24 परगना जिले का निवासी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों आरोपी एक कार में सवार थे और गांजा की यह बड़ी खेप एक जिले से दूसरे जिले या राज्य के अन्य हिस्सों में पहुँचाने की कोशिश कर रहे थे। खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने फोरमैन कॉलोनी में जाल बिछाया और दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
अभियुक्त दोनों गैर जिले से हैं
तलाशी लेने पर, दोनों अभियुक्तों के कब्ज़े से कुल 48.3 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया, जिसे जब्त कर लिया गया है। बरामद गांजे का बाज़ार मूल्य लाखों रुपये आंका जा रहा है। इतनी बड़ी मात्रा में गांजा की बरामदगी यह संकेत देती है कि ये दोनों केवल छोटे स्तर के विक्रेता नहीं थे, बल्कि एक बड़े तस्करी नेटवर्क का हिस्सा थे जो अंतर-जिला स्तर पर सक्रिय था।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तत्काल प्रभाव से एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेस) अधिनियम की संबंधित कठोर धाराओं के तहत एक विशिष्ट मामला दर्ज कर लिया है। एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज होने वाले मामलों में जमानत मिलना कठिन होता है, जो इन अपराधियों के खिलाफ कानून की सख़्ती को दर्शाता है।
गिरफ्तारी के बाद, दोनों अभियुक्तों – सुशील घोष और अमृत मन्ना – को पुलिस ने उसी दिन बैरकपुर कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से दोनों की रिमांड की मांग की ताकि उनसे इस तस्करी नेटवर्क में शामिल अन्य व्यक्तियों, गांजा के स्रोत और इसे कहाँ पहुँचाया जाना था, इसके बारे में गहन पूछताछ की जा सके। यह अभियान बैरकपुर कमिश्नरेट द्वारा ड्रग्स के अवैध कारोबार को रोकने की दिशा में की जा रही लगातार और सक्रिय कार्रवाई का परिणाम है।