

सन्मार्ग संवाददाता
बारासात : बारासात के अशोकनगर थाने की पुलिस ने एक युवक द्वारा अपने ही अपहरण की साजिश रचकर परिवारवालों से 5 लाख रुपये वसूलने के कोशिश करने के आरोप में अभियुक्त युवक फिरोज मंडल को पकड़कर मंगलवार को बारासात कोर्ट में पेश किया। वहां फिरोज का बयान दर्ज किया गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को अशोकनगर के गुमा निवासी गाड़ी व्यवसायी फिरोज मंडल के परिवारवालों को एक अज्ञात नंबर से फोन आया और कहा गया कि फिरोज का अपहरण कर लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए उन्हें 5 लाख रुपये देने होंगे। इस फोन के बाद फिरोज के परिवारवालों ने अशोकनगर थाने में उसके अपहरण की शिकायत दर्ज करायी। इस पर पुलिस ने उस फोन नंबर को ट्रेस करना शुरू किया। फिरोज को हालांकि किसी तरह यह खबर लग गयी तो वह पुलिस को गुमराह करने के लिए गत दो दिनों से कभी बर्दवान, तो कभी कोलकाता के लेदर कॉम्लेक्स थाना इलाके सहित कोलकाता व संलग्न इलाको में घूमता रहा। उसके इस झूठे अपहरण कांड में उसके कुछ साथी भी उसका सहयोग कर रहे थे। आखिरकार उसे सियालदह स्टेशन इलाके में पुलिस ने दबोच लिया। इसके बाद जो खुलासा हुआ उसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी। फिरोज ने बताया कि गाड़ी के कारोबार के क्रम में ही उसे एक फाइनेंस कंपनी को 5 लाख रुपये देने थे। रुपयों का कहीं से इंतजाम नहीं होते देख उसने परिवारवालों से ही रुपये निकलवाने की योजना बनायी। शनिवार की रात वह बामनगाछी के एक इलाके में दोस्तों के साथ शराब पी रहा था तभी उसने अपने झूठे अपहरण की स्क्रिप्ट तैयार कर ली और अज्ञात नंबर से परिवारवालों को फोन करवाकर उनसे 5 लाख रुपये फिरौती की मांग की। हालांकि उसे यह अंदाजा नहीं था कि उसके पिता इसके बाद पुलिस में शिकायत कर देंगे। उसने बताया कि वह बामनगाछी में ही था जब उसने आसपास पुलिसवालों को देखा तो इस पर उसे संदेह हो गया था कि पुलिस को इसकी शिकायत मिल गयी है। इस कारण वह कई जगहों में चक्कर लगाता रहा। बेटे की इस करतूत से परिवारवाले भी सकते में आ गये हैं।