सन्मार्ग संवाददाता
बनगांव: बनगांव के छयघरिया ग्राम पंचायत की तृणमूल प्रधान उमा घोष ने इस्तीफा दे दिया है। उनके विरुद्ध फर्जी प्रमाण पत्र का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए कोलकाता हाई कोर्ट में मामला दायर किया गया है। उन्होंने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया जिसको लेकर कई तरह की अटकलें लगायी जा रही हैं। बताया जा रहा है कि अखिल भारतीय मतुआ महासंघ की बनगांव उपजिला समिति ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद ही पंचायत प्रधान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि पंचायत प्रधान उमा घोष ने कहा कि उन्होंने शारीरिक अस्वस्थता के कारण इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा, मैंने पार्टी को सूचित कर दिया है। मैं लंबे समय से बीमार हूं लेकिन वे मुझे छोड़ना नहीं चाहते थे। मैं पार्टी की आभारी हूं। उन्होंने कहा कि इस महीने की 5 तारीख को बनगांव के बीडीओ को अपना त्यागपत्र सौंप दिया था। उनका इस्तीफा 20 तारीख को स्वीकार कर लिया गया। हालांकि उन्होंने अदालती मामलों पर ज्यादा बात नहीं की। उन्होंने कहा कि यह अदालती मामला है, मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकती। मैंने शारीरिक अस्वस्थता के कारण इस्तीफा दिया है। इस संबंध में 'अखिल भारतीय मतुआ महासंघ' की बनगांव उपखंड समिति के सचिव प्रसेनजीत विश्वास ने कहा कि हमने शिकायत की थी कि छयघरिया ग्राम पंचायत प्रधान का एससी प्रमाण पत्र फर्जी है लेकिन हमें नहीं पता कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया। एक-दो दिन में सब पता चल जाएगा।