

सन्मार्ग संवाददाता
बनगांव : भारत-बांग्लादेश सीमा के पास गोपालनगर के बैरमपुर ग्राम व संलग्न इलाके में सोमवार की रात आये कुछ देर के तूफान ने तबाही मचा दी। इससे कई घर क्षतिग्रस्त हो गये वहीं कृषि भूमि व केले व अन्य फलों की खड़ी फसलें नष्ट हो गयीं। ग्राम पंचायत के सनेकपुर इलाके में भी रातभर हुई भारी बारिश और तूफान से व्यापक नुकसान हुआ है। प्रभावित स्थानीय लोगों का कहना है कि मात्र 30 से 35 मिनट तक रहे इस तूफान के कारण कई घर ढह गए, पेड़ उखड़ गए तथा कृषि भूमि को भारी नुकसान पहुंचा। तूफान के बाद से पूरा गांव बिजली विहीन है। प्रशासन ने पेड़ों की कटाई और गिर पड़े बिजली के खंभों को हटाने का काम शुरू कर दिया है। स्थिति को शीघ्र सामान्य करने के प्रयास किये जा रहे हैं। गोपालनगर थाने से सटे इलाके के निवासी उज्ज्वल अधिकारी के घर पर एक विशाल बरगद का पेड़ गिर गया हालांकि तूफान की भयावहता को देखते हुए उस परिवार के लोग पहले ही वहां से निकल गये थे। जिससे वे लोग बालबाल बच गये। बच्चों सहित पूरा परिवार मुश्किल में आ गया है। उन्होंने तिरपाल के नीचे आश्रय लिया है। स्थानीय निवासी कल्पना दास ने कहा कि उन्होंने ऐसा तूफान पहले कभी नहीं देखा था। घरों की छतें उड़ गई हैं और कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। खेतों पर तूफान से फसलें नष्ट हो गयीं। पेड़ उखड़ गए हैं, बिजली नहीं है और इलाके में पीने के पानी की भी समस्या अब देखी जा रही है। बैरमपुर ग्राम पंचायत की ओर से बताया गया है कि अब तक लगभग 30 घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। क्षेत्र में कई पेड़ गिर गये हैं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की सहायता के लिए काम कर रहा है।