41 साल बाद अंतरिक्ष में फिर लहराया भारत का परचम,

शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना, भारत ने दोहराया मानव अंतरिक्ष यात्रा का इतिहास, आज शाम 4.30 बजे आईएसएस पहुंचेंगा एक्सिओम स्पेस
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स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट ने दोपहर 12 बजकर एक मिनट पर एक्सिओम मिशन ने उड़ान भरी
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नयी दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित वाणिज्यिक मिशन के तहत बुधवार को तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा के लिए रवाना होकर इतिहास रच दिया। रूसी अंतरिक्ष यान के जरिये भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा की यात्रा के 41 साल बाद किसी भारतीय की यह अंतरिक्ष यात्रा हो रही है। करीब 28 घंटे की यात्रा के बाद यान के गुरुवार शाम साढ़े चार बजे आईएसएस पहुंचने की उम्मीद है।

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ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला

‘आप सभी देशवासी इस यात्रा का हिस्सा बनें’

लखनऊ में जन्मे शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गये। इससे 41 साल पहले भारत के राकेश शर्मा 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन के तहत कक्षा में आठ दिन रहे थे। शुक्ला ने कहा- नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों, 41 साल बाद हम अंतरिक्ष में पहुंच गये हैं, यह कमाल की राइड (यात्रा) थी। उन्होंने कहा कि इस समय हम साढ़े सात किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगा रहे हैं और मेरे कंधे पर मेरे साथ मेरा तिरंगा है जो मुझे बता रहा है कि मैं अकेले नहीं, (बल्कि) मैं आप सबके साथ हूं। शुक्ला ने कहा कि ये मेरी आईएसएस तक की यात्रा की शुरुआत नहीं है, यह भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है और मैं चाहता हूं कि आप सभी देशवासी इस यात्रा का हिस्सा बनें। आइए, हम सब मिलकर भारत की इस मानव अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत करें।

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अंतरिक्ष यात्रा के लिए तैयार

अंतरिक्ष स्टेशन में 14 दिन में करेंगे 60 प्रयोग

कक्षा में पहुंचने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों ने अपने नये कैप्सूल का नाम ‘ग्रेस’ बताया। स्पेसएक्स ने चालक दल को बताया- जो धैर्य रखते हैं उनके साथ अच्छी चीजें होती हैं। ग्रेस के पहले चालक दल को ईश्वर का आशीर्वाद मिले। अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में 14 दिन बितायेंगे और अपने मिशन के दौरान 60 प्रयोग करेंगे।

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एक्सिओमा-4 मिशन टीम (बायें से) शुभांशु शुक्ला, नासा की मिशन कमांडर पैगी ह्विटसन, हंगरी के टिबोर कपू और पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की

भारतीय कढ़ी और चावल के साथ आईएसएस पहुंचेंगे शुक्ला

वैज्ञानिक प्रयोगों के अलावा अंतरिक्ष यात्री अपने देश से जुड़ा पसंदीदा खाद्य पदार्थ भी ले जा रहे हैं, जैसे कि आम के रस के साथ भारतीय कढ़ी और चावल, हंगरी का मसालेदार पेपरिका पेस्ट और पोलैंड का फ्रीज-फ्राइड ‘पिरोगी’। उड़ान से पहले शुक्ला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वे अपने देश की एक पूरी पीढ़ी की जिज्ञासा को जगा पायेंगे और नवाचार को बढ़ावा दे पायेंगे। उन्होंने कहा कि मैं वास्तव में मानता हूं कि भले ही मैं एक व्यक्ति के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा कर रहा हूं लेकिन यह 140 करोड़ लोगों (भारतीयों) की यात्रा है।

सफल प्रक्षेपण का स्वागत व बधाई

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर कहा कि पूरा देश भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रा से उत्साहित और गौरवान्वित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्सिओम-4 मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत किया और कहा कि इस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अपने साथ 140 करोड़ भारतीयों की शुभेच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गये हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्ला और तीन अन्य लोगों को आईएसएस ले जा रहे एक्सिओम-4 मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत किया।

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