ऑस्ट्रेलिया में बच्चों के लिए सोशल मीडिया प्रतिबंध लागू, क्या भारत में ऐसा होगा?

प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा है कि हमारी नीति पर रहेगी दुनिया की नजर; जब ऑस्ट्रेलिया कर सकता है तो वो क्यों नहीं?
ऑस्ट्रेलिया में बच्चों के लिए सोशल मीडिया प्रतिबंध लागू, क्या भारत में ऐसा होगा?
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मेलबर्न/नई दिल्लीः भारत समेत दुनिया भर में बच्चों की सोशल मीडिया लत की चिंताओं के बीच ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया प्रतिबंध प्रभावी हो गया है। देश के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने दुनिया में इस तरह के पहले सोशल मीडिया प्रतिबंध का स्वागत किया है। हालांकि, अल्बनीज ने आगाह किया है कि इसका कार्यान्वयन कठिन हो सकता है।

ऑस्ट्रेलिया की नीति पर भारत की नजर

बुधवार से ऑस्ट्रेलिया में किशोरों के लिए लागू हुआ सोशल मीडिया प्रतिबंध पर दुनिया की नजर है। भारत में भी इस विषय को गंभीरता से देखा जा रहा है। कई लोगों का कहना है कि भारत में जिस तरह से बच्चों में सोशल मीडिया की लत दिख रही है, उसे रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया जैसी नीति यहां भी लागू की जाए। हालांकि सरकार ने या उसके किसी अधिकारी ने किसी स्तर पर अभी तक इस संबंध में कोई बात नहीं कही है। लेकिन बच्चों को सोशल मीडया से विमुख करने के लिए प्रतिबंध की मांग उठ रही है। क्योंकि बच्चों की पढ़ाई से लेकर उनकी जीवन शैली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ऑस्ट्रेलिया में प्रतिबंध से बच्चों पर क्या असर होता है, इसके नतीजे पर निश्चित रूप से सबकी नजरें रहेंगी। तब शायद यह प्रतिबंध भारत समेत दूसरे देशों में लागू करने पर चर्चा हो।

अल्बनीज के मुताबिक बच्चों और माता-पिता की जिंदगी बदलेगी

गौरतलब है कि बुधवार को ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया प्रतिबंध लागू होने के बाद प्रधानमंत्री अल्बनीज ने सार्वजनिक प्रसारक ‘ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन’ (एबीसी) को बताया, ‘‘आज वो दिन है जब ऑस्ट्रेलिया के परिवार इन बड़ी तकनीकी कंपनियों से अधिकार वापस ले रहे हैं और बच्चों के बच्चे होने के अधिकार और माता-पिता के मानसिक शांति के अधिकार पर जोर दे रहे हैं।’’

अल्बनीज ने बाद में सिडनी में सुधार समर्थकों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह सुधार जिंदगियां बदल देगा। ऑस्ट्रेलियाई बच्चों के लिए... उन्हें अपना बचपन जीने का मौका देगा। ऑस्ट्रेलिया के माता-पिता के लिए, उन्हें अधिक मानसिक शांति प्रदान करेगा। लेकिन वैश्विक समुदाय के लिए भी, जो ऑस्ट्रेलिया की ओर देख रहे हैं और कह रहे हैं: अगर ऑस्ट्रेलिया यह कर सकता है, तो हम क्यों नहीं?’’

ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भारी जुर्माना तय किया

इस सभा में वे माता-पिता भी शामिल थे जो अपने बच्चों की आत्महत्या के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराते हैं। फेसबुक, इंस्टाग्राम, किक, रेडिट, स्नैपचैट, थ्रेड्स, टिकटॉक, एक्स, यूट्यूब और ट्विच जैसे सोशल मीडिया मंच अगर 16 वर्ष से कम उम्र के ऑस्ट्रेलियाई बच्चों के अकाउंट को हटाने के लिए उचित कदम उठाने में विफल रहते हैं तो उन्हें बुधवार से 4.95 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (3.29 करोड़ अमेरिकी डॉलर) तक के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।

अल्बनीज ने कहा कि सोशल मीडिया प्रतिबंध का कार्यान्वयन कठिन होगा। ऑस्ट्रेलिया क्रिसमस तक यह पुष्टि करेगा कि सोशल मीडिया पर प्रतिबंध कारगर साबित हो रहा है या नहीं।

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