सीटू सम्मेलन में श्रम संहिताओं के खिलाफ तीखा हमला, न्यूनतम मजदूरी की मांग

19 दिसंबर को पोर्ट ब्लेयर में श्रमिकों का विशाल जुलूस
सीटू सम्मेलन में श्रम संहिताओं के खिलाफ तीखा हमला, न्यूनतम मजदूरी की मांग
Published on

सन्मार्ग संवाददाता

श्री विजयपुरम :सीटू के 10वें अंडमान-निकोबार राज्य सम्मेलन का शुभारंभ 19 दिसंबर 2025 को पोर्ट ब्लेयर में श्रमिकों के विशाल जुलूस और तिरंगा पार्क में आयोजित खुले अधिवेशन के साथ हुआ। 4 बजे डेलानीपुर चौराहे से एक भव्य जुलूस निकाला गया, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ तिरंगा पार्क में सार्वजनिक सभा में परिवर्तित हो गया। इस जुलूस में पोर्ट ब्लेयर तथा दक्षिण अंडमान के ग्रामीण क्षेत्रों से विभिन्न यूनियनों के सैकड़ों श्रमिक शामिल हुए। जुलूस का नेतृत्व सीटू राज्य समिति के उपाध्यक्ष एसबी चटर्जी तथा सचिव पी. सत्यपाल, एस. चिन्नैयह, एम. युगंदर, शिप्रा बाला और आनंद राजन ने किया। तिरंगा पार्क में सीटू की अखिल भारतीय अध्यक्ष डॉ. के. हेमलता ने ध्वजारोहण किया, जबकि स्थानीय कलाकारों ने क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किए। सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए डॉ. हेमलता ने द्वीपों में सीटू और उसकी यूनियनों द्वारा किए गए संघर्षों की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश में लगभग 80 लाख श्रमिक केंद्र एवं केंद्र प्रायोजित योजनाओं में कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें श्रमिक का दर्जा तक नहीं दिया जा रहा, जिसके कारण वे न्यूनतम मजदूरी से वंचित हैं। चार नए श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इससे अब तक श्रमिकों को प्राप्त लाभ समाप्त हो जाएंगे और अधिक श्रमिक वैधानिक सुविधाओं से बाहर हो जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि ये कानून केवल कॉरपोरेट हितों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं और इससे श्रमिकों का गंभीर शोषण बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि श्रम संहिताओं की अधिसूचना के तुरंत बाद सीटू और अन्य केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने पूरे देश में इन कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध किया था और 26 नवंबर 2025 को अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह द्वारा भी इस विरोध में शामिल होने पर संतोष व्यक्त किया।

डॉ. हेमलता ने वर्षों से सीटू द्वारा उठाई जा रही 26,000 रुपये प्रति माह न्यूनतम मजदूरी की मांग को दोहराया तथा केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि एनपीएस और यूपीएस दोनों ही कर्मचारियों के हितों के खिलाफ हैं। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर धर्म के आधार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरएसएस को कॉरपोरेट जगत से वित्तीय सहायता मिल रही है। सभा की अध्यक्षता सीटू राज्य समिति के अध्यक्ष आर. सुरेंद्रन पिल्लै ने की। इस अवसर पर महासचिव बी. चंद्रचूड़न, उपाध्यक्ष डी. अय्यप्पन और सचिव एसपी कलैराजन ने भी अपने विचार रखे। स्वागत भाषण रिसेप्शन कमेटी के अध्यक्ष प्रणब बनर्जी ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन सचिव आर. राजेंद्रन ने प्रस्तुत किया। राज्य सम्मेलन का प्रतिनिधि सत्र 21 दिसंबर 2025 को केरल समाजम हॉल में आयोजित किया जाएगा।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in