

नई दिल्लीः पिछले दिनों बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की पीट-पीट कर हत्या और उसके शव को जला देने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा है कि फिर से एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या दी गई। यह घटना तब हुई जब पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे रहमान ढाका पहुंचे हैं और उन्होंने देश में सभी समुदायों के हितों की रक्षा करने की बात की है।
बांग्लादेशी मीडिया द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, राजबाड़ी में जबरन वसूली के आरोपों को लेकर एक हिंदू व्यक्ति की हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान अमृत मंडल उर्फ सम्राट के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ कथित तौर पर पांग्शा पुलिस स्टेशन में कम से कम दो मामले दर्ज थे, जिनमें एक हत्या का मामला भी शामिल था। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और सम्राट को गंभीर हालत में बचाया। उसे पांग्शा उपजिला स्वास्थ्य कॉम्प्लेक्स ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
द डेली स्टार के अनुसार, असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (पांग्शा सर्कल) देब्रता सरकार ने बताया कि घटना के दौरान सम्राट के एक साथी को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास एक पिस्तौल और एक सिंगल शॉट गन थी। एएसपी ने आगे बताया कि सम्राट के खिलाफ दो मामले दर्ज थे, और उसने एक आपराधिक गिरोह बनाया था और लंबे समय से जबरन वसूली और ऐसी अन्य गतिविधियों में शामिल था।
तारिक रहमान 17 साल बाद बांग्लादेश लौटे
इस बीच, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के एक्टिंग चेयरमैन तारिक रहमान 17 साल लंदन में निर्वासन में रहने के बाद गुरुवार को अपनी पत्नी और बेटी के साथ ढाका पहुंचे। एयरपोर्ट से रहमान पूर्बाचल में 300 फीट की जगह पर जा रहे हैं, जहां वह एक रैली को संबोधित किया। रहमान की बांग्लादेश वापसी एक अहम समय पर हुई है, क्योंकि पिछले हफ्ते युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद यह दक्षिण एशियाई देश हिंसा की चपेट में है। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे रहमान फरवरी 2026 में बांग्लादेश में होने वाले चुनावों में प्रधानमंत्री पद के लिए मजबूत दावेदारों में से एक हैं।
तारिक रहमान ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए शेख हसीना सरकार की आलोचना की और उस्मान हादी का भी जिक्र किया। छात्र नेता उस्मान हादी को 12 दिसंबर को गोली मार दी गई थी जिसके बाद बीते गुरुवार को उनकी मौत हो गई।