बिजली संकट पर फूटा अंडमान के लोगों का गुस्सा: मुआवजा और बिल माफी की मांग

बिजली संकट पर फूटा अंडमान के लोगों का गुस्सा: मुआवजा और बिल माफी की मांग
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सन्मार्ग संवाददाता

श्री विजयपुरम : हिंदू राष्ट्र शक्ति के राज्य अध्यक्ष राकेश्वर लाल ने भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों को एक पत्र लिखकर अंडमान और निकोबार द्वीपों में लंबे समय से चल रही बिजली की भारी समस्या को उजागर किया है। उन्होंने केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी, विद्युत सचिव पंकज अग्रवाल, अंडमान-निकोबार के लोकसभा सांसद विष्णु पद राय और अंडमान के उपराज्यपाल सहित अन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए द्वीपों में बिजली व्यवस्था की गंभीर स्थिति पर चिंता जताई। पत्र में राकेश्वर लाल ने लिखा कि निरंतर बिजली कटौती के कारण रेफ्रिजरेटर, इनवर्टर, टेलीविजन जैसे आवश्यक घरेलू उपकरण खराब हो गए हैं। “लोगों को ऐसी बिजली का बिल भरना पड़ रहा है, जो कभी मिली ही नहीं। यह पूरी तरह अनुचित है कि 24x7 बिजली आपूर्ति का वादा होने के बावजूद ब्लैकआउट के दौरान भी उपभोक्ताओं से पैसा वसूला जा रहा है।” जमीनी हकीकत बताते हुए उन्होंने कहा कि महिलाएं खाना खराब होने और उपकरणों के काम न करने से परेशान हैं। बुजुर्ग, जो चिकित्सा उपकरणों पर निर्भर हैं, भय में जी रहे हैं। बच्चों को दूध खराब होने की वजह से तकलीफ हो रही है और छात्र अंधेरे में पढ़ाई नहीं कर पा रहे। “प्रशासन की उदासीनता ने बिजली जैसी बुनियादी सेवा को लग्जरी बना दिया है,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी मांग रखी कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के नुकसान का आकलन करने के लिए तत्काल ऑनलाइन सर्वे किया जाए। उपभोक्ताओं को पूर्ण मुआवजा दिया जाए। बिजली विभाग के लापरवाह अधिकारियों के वेतन से मुआवजा वसूला जाए और दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। साथ ही सभी प्रभावित उपभोक्ताओं को 6 महीने का बिजली बिल माफ किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो पूरे द्वीप समूह में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। “द्वीवासियों की पीड़ा अब खत्म होनी चाहिए,” उन्होंने पत्र के अंत में लिखा। यह पत्र केंद्रीय मंत्रालयों को भेजा गया है और यह अधिकारियों पर दबाव बढ़ा रहा है कि वे जल्द से जल्द बिजली संकट का समाधान करें।

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