
अहमदाबाद - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सिविल अस्पताल का दौरा किया और विमान हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। उन्होंने उस हादसे में जीवित बचे इकलौते यात्री विश्वास कुमार रमेश से भी बातचीत की। विश्वास ने बताया कि वह खुद विमान से नहीं कूदा था, बल्कि विमान के टूटने पर अपनी सीट समेत बाहर निकल गया था। गौरतलब है कि लंदन जा रही एअर इंडिया की इस फ्लाइट में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो गई। उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया। हादसे के कुछ ही घंटों बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें खून से सना विश्वास कुमार एंबुलेंस की ओर जाते दिखाई दे रहे हैं।
भाई से साथ यूके लौट रहे थे विश्वास
विश्वाश कुमार रमेश 40 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक हैं, जो भारत में अपने परिवार से मिलने आए थे। वे अपने भाई अजय कुमार रमेश (45) के साथ यूके लौट रहे थे। विश्वाश 11A में बैठे थे, जबकि उनके भाई विमान में अलग पंक्ति में बैठे थे।
हादसे को लेकर विश्वास ने क्या कहा?
विश्वाश ने बताया, उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद एक तेज आवाज हुई और फिर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह सब बहुत तेजी से हुआ। हादसे के बाद जब मुझे होश आया तो मैंने देखा कि मेरे चारों तरफ लाशें पड़ी थीं। मैं डर गया। मैं खड़ा हुआ और भागा। मेरे चारों तरफ विमान के टुकड़े पड़े थे। किसी ने मुझे पकड़ लिया और एम्बुलेंस में डालकर अस्पताल ले गया।"