नयी दिल्ली : भारत ने एअर इंडिया विमान हादसे की जांच में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के जांच अधिकारियों को शामिल करने से मना कर दिया है। भारत का कहना है कि इस हादसे की जांच में पहले से ही अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें 274 लोगों की जान चली गयी।
आईसीएओ ने खुद की मदद की पेशकश की
रिपोर्ट के अनुसार कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस मामले में दुर्घटनाग्रसत विमान के ब्लैक बॉक्स के डेटा विश्लेषण में देरी को लेकर सवाल उठाये थे। इस दौरान यूएन की विमानन एजेंसी आईसीएओ ने भारत को जांच में मदद के लिए एक जांच अधिकारी भेजने और उसे पर्यवेक्षक का दर्जा देने की पेशकश की थी लेकिन भारत ने इस पर बड़ा फैसला लेते हुए इस पेशकश को ठुकरा दिया। आईसीएओ ने पहले भी कुछ जांच में मदद के लिए अपने जांच अधिकारी भेजे थे। मसलन 2014 में मलेशियाई विमान को मार गिराये जाने और 2020 में यूक्रेनी जेटलाइनर हादसे में आईसीएओ ने मदद की थी। हालांकि उन मामलों में आईसीएओ से मदद के लिए कहा गया था लेकिन इस बार आईसीएओ ने खुद मदद की पेशकश की, जिसे भारत ने स्वीकार नहीं किया। इस हादसे की जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) कर रहा है।
जांच में एनटीएसबी भी शामिल
नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि दुर्घटना के लगभग दो हफ्ते बाद फ्लाइट रिकॉर्डर का डेटा डाउनलोड कर लिया गया था। हालांकि पहले सुरक्षा विशेषज्ञों ने जांच के बारे में जानकारी की कमी पर सवाल उठाये थे। उन्होंने 13 जून को मिले ब्लैक बॉक्स और 16 जून को मिले दूसरे सेट के बारे में भी पूछा था। यह भी सवाल उठाया गया कि रिकॉर्डर को भारत में पढ़ा जायेगा या अमेरिका में। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिका का राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) भी जांच में शामिल है। सरकार ने इस घटना पर सिर्फ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें कोई सवाल नहीं लिया गया।
आईसीएओ के नियमों का पालन कर रहे : मंत्रालय
अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार फ्लाइट रिकॉर्डर को कहां पढ़ा जाये, इसका फैसला तुरंत लेना चाहिए। जिससे भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इन नियमों को ‘एनेक्स 13’ के नाम से जाना जाता है। हाल ही में नागर विमानन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि विभाग आईसीएओ के सभी नियमों का पालन कर रहा है। जांच की शुरुआती रिपोर्ट 30 दिन में आने की उम्मीद है।