

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बनगांव : पश्चिम बंगाल के बोनगाँव (बनगांव) नगर पालिका में पिछले कई महीनों से जारी राजनीतिक खींचतान और प्रशासनिक गतिरोध का अंत आखिरकार हो गया है। नगर पालिका के चेयरमैन गोपाल सेठ ने बुधवार की सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह कदम अपने खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होने से ठीक पहले उठाया है।
गोपाल सेठ के इस्तीफे की खबर फैलते ही, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के स्थानीय पार्षदों और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। कार्यकर्ताओं ने तत्काल इलाके में विजय जुलूस निकाला और जश्न मनाया। हालांकि, इस्तीफा देने के बाद गोपाल सेठ ने सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि उनके पद छोड़ने से अब बोनगाँव नगर पालिका के कामकाज में चल रही गतिरोध की स्थिति समाप्त होगी और प्रशासनिक व्यवस्था सुचारू हो पाएगी।
बोनगाँव नगर पालिका पर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है, और गोपाल सेठ को पार्टी ने यहां चेयरमैन नियुक्त किया था। आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने कुछ महीने पहले राज्य भर की कई नगर पालिकाओं के प्रमुखों को इस्तीफा देने का निर्देश दिया था ताकि संगठन में फेरबदल किया जा सके।
अधिकांश चेयरमैन ने पार्टी के निर्देश का पालन करते हुए इस्तीफा दे दिया था, लेकिन गोपाल सेठ ने यह कहते हुए निर्देश मानने से इनकार कर दिया था कि उन्हें पार्टी की ओर से ऐसा कोई सीधा आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। उनके इस रुख के कारण नगर पालिका के भीतर और बाहर दोनों जगह विरोध शुरू हो गया था।
गोपाल सेठ के असहयोग के कारण नगर पालिका के दैनिक कामकाज में लगातार गतिरोध आने लगा था। इसके बाद, पार्टी के ही कुछ पार्षदों ने उनके खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करनी शुरू कर दी। अंततः, कुछ पार्षदों ने एकजुट होकर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया था, जिस पर जल्द ही मतदान होना निर्धारित था। अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से ठीक पहले, गोपाल सेठ ने दबाव में आकर स्वयं ही चेयरमैन पद से अपना त्यागपत्र सौंप दिया।
इस घटनाक्रम पर बनगांव जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष विश्वजीत दास ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि "गोपाल सेठ को बहुत पहले ही पार्टी के फैसले का सम्मान करते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए था। देर से इस्तीफा देकर उन्होंने अपनी ही छवि को नुकसान पहुँचाया है।"
विश्वजीत दास ने आगे कहा कि "आज लोगों में जो उत्साह देखने को मिला, उससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि 2026 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी। बोनगाँव की जनता के लिए यह स्पष्ट हो चुका है कि गोपाल सेठ चेयरमैन के रूप में विफल रहे हैं।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक पार्टी नए चेयरमैन का चयन नहीं कर लेती, तब तक नगर पालिका के वरिष्ठ अधिकारी ही प्रशासनिक कामकाज संभालेंगे, ताकि जनसेवा में कोई रुकावट न आए।
यह घटना बोनगाँव नगर पालिका में सत्ता के समीकरण को फिर से स्थापित करेगी और TMC को आगामी चुनावों से पहले संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने का मौका देगी।