

नई दिल्लीः अदाणी समूह की कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में मजबूत प्रदर्शन किया है। समूह ने बयान में कहा कि उसने पहली छमाही में 67,870 करोड़ रुपये (7.6 अरब अमेरिकी डॉलर) का निवेश किया जिससे उसकी सकल परिसंपत्तियां 6.77 लाख करोड़ रुपये (76 अरब अमेरिकी डॉलर) हो गईं। वह 1.5 लाख करोड़ रुपये के अपने पूरे साल के पूंजीगत व्यय के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
सालाना आधार पर 11.2 प्रतिशत की वृद्धि
अदाणी समूह की पिछले 12 महीने की कर पूर्व आय (एबिटा) 92,943 करोड़ रुपये (10.4 अरब अमेरिकी डॉलर) के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गई जो सालाना आधार पर 11.2 प्रतिशत की वृद्धि है। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में कर पूर्व आय 47,375 करोड़ रुपये रही जिसमें 83 प्रतिशत योगदान समूह की प्रमुख यूटिलिटी इकाइयों, परिवहन एवं बुनियादी ढांचा परिचालन का रहा। परिसंपत्तियों पर प्रतिफल बढ़कर 15.1 प्रतिशत हो गया जो बुनियादी ढांचा क्षेत्र की कंपनियों के लिए वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है।
निवेश चक्र में तेजी के बावजूद ऋण संकेतक मजबूत बने रहे। शुद्ध ऋण से कर पूर्व आय अनुपात सुधरकर तीन गुना हो गया जो समूह की 3.5-4.5 गुना की निर्देशित सीमा से काफी कम है। अदाणी ने समीक्षाधीन छमाही का समापन 57,157 करोड़ रुपये (6.4 अरब अमेरिकी डॉलर) के नकद शेष के साथ किया जो उसके सकल ऋण का 17 प्रतिशत है। खंड का आय आधार भी मजबूत हुआ जिसमें कर पूर्व आय का 90 प्रतिशत हिस्सा घरेलू एए-रेटेड या उससे बेहतर परिसंपत्तियों से आया। इसमें 52 प्रतिशत एएएए-रेटेड इकाइयों से आया।
लगातार दो अंक की मजबूत वृद्धि दर्ज
समूह के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) जुगेशिंदर सिंह ने कहा कि ये परिणाम भारत के ‘विकसित भारत’ पूंजीगत व्यय चक्र के बीच अनुशासित विस्तार को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा प्रमुख बुनियादी ढांचा कारोबार लगातार दो अंक की मजबूत वृद्धि दर्ज कर रहा है जबकि हम सबसे बड़े पूंजीगत व्यय कार्यक्रमों में से एक को क्रियान्वित कर रहे हैं।’’ सिंह ने कहा कि पूंजीगत व्यय दोगुना होने के बाद भी ऋण ‘मीट्रिक’ मार्गदर्शन से नीचे बने हुए हैं जो मजबूत वित्तीय अनुशासन को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘ जिस चीज को बनाने में 25 साल लगे अब हम उसे एक साल में ही पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं। जैसे-जैसे नई संपत्तियां ऑनलाइन आएंगी हमें उम्मीद है कि हम उन पर 15 से 16 प्रतिशत का ‘रिटर्न’ हासिल करेंगे।’’
वैश्विक निवेशकों का आकर्षण बढ़ा
सिंह ने कहा कि बढ़ती घरेलू एएए रेटिंग और स्थिर यूएसडी रेटिंग, वैश्विक निवेशकों के लिए समूह की दीर्घावधि अवसंरचना परिसंपत्तियों के आकर्षण को बढ़ा रही है। आय का 83 प्रतिशत हिस्सा समूह के मुख्य अवसंरचना मंच से आया। इसमें अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पावर, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अदाणी टोटल गैस, अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड और अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड शामिल हैं। इन क्षेत्रों ने स्थिर, दीर्घावधि नकदी प्रवाह उत्पन्न करना जारी रखा। कर पश्चात नकदी बढ़कर 65,016 करोड़ रुपये हो गई जो पूरे खंड में मजबूत परिचालन नकदी प्रवाह को रेखांकित करता है।