कोर्ट के आदेश पर 18 महीने आरोपी गिरफ्तार

दहेज के लिए पत्नी पर अत्याचार, दवा खिलाकर गर्भस्थ बच्चे की हत्या
Accused arrested for 18 months on court order
सांकेतिक फोटो
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निधि, सन्मार्ग संवाददाता

बशीरहाट : बशीरहाट अंतर्गत हिंगलगंज इलाके से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां दहेज की मांग पूरी न होने पर एक व्यक्ति पर अपनी पत्नी के साथ अत्याचार करने और उसे दवा खिलाकर उसके गर्भस्थ बच्चे की हत्या करने का जघन्य आरोप लगा है। यह पूरी घटना लगभग 18 महीने पहले की है, लेकिन अब कोर्ट के आदेश पर न सिर्फ दफनाए गए भ्रूण को बरामद किया गया है, बल्कि आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, हिंगलगंज के वेटकिया की निवासी रेशमा खातून की शादी उसी इलाके के जामिरुल गाजी से हुई थी। शादी के समय जामिरुल ने कथित तौर पर 1 लाख 25 हजार रुपये का दहेज लिया था। इस दंपति की एक बेटी भी है।

घटना उस समय गंभीर मोड़ पर पहुंची जब रेशमा दोबारा गर्भवती हुईं। आरोप है कि इस दौरान जामिरुल गाजी ने एक सरकारी नौकरी पाने के बहाने रेशमा के पिता से 5 लाख रुपये की और मांग की। रेशमा के पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए वह इतनी बड़ी राशि तुरंत नहीं दे पाए। पैसों की कमी के कारण जब पिता मांग पूरी नहीं कर पाए, तो जामिरुल ने रेशमा पर अमानवीय अत्याचार करना शुरू कर दिया।

बेटी पर होते अत्याचारों को देखते हुए, रेशमा के पिता ने बाद में किसी तरह 3 लाख 65 हजार रुपये का इंतजाम करके जामिरुल को दिए। हालांकि, इतनी बड़ी रकम देने के बाद भी जामिरुल और उसके परिवार का अत्याचार कम नहीं हुआ।

गर्भस्थ बच्चे की हत्या और भ्रूण दफनाया

सबसे चौंकाने वाला और वीभत्स आरोप यह है कि जब रेशमा सात महीने की गर्भवती थीं, तो जामिरुल गाजी और उसके परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर रेशमा को जबरन दवा खिलाकर उसके गर्भस्थ बच्चे की हत्या कर दी। इसके बाद, उन्होंने चुपचाप भ्रूण को निकालकर मिट्टी में दफना दिया। अपनी क्रूरता को यहीं न रोकते हुए, आरोपियों ने रेशमा को बुरी तरह से पीटा और उसे सड़क के किनारे अकेला छोड़कर भाग गए।

किसी तरह स्थानीय लोगों की मदद से रेशमा को उनके मायके पहुंचाया गया। इसके बाद रेशमा खातून ने हिंगलगंज थाना में अपने पति जामिरुल और ससुराल वालों के खिलाफ बच्चे की हत्या और उत्पीड़न की लिखित शिकायत दर्ज कराई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, हाल ही में बशीरहाट कोर्ट ने इस मामले में कठोर कार्रवाई का आदेश दिया। कोर्ट के निर्देश पर, लगभग 18 महीने बाद दफनाए गए भ्रूण को खोदकर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया ताकि मौत के कारणों की पुष्टि की जा सके। इसके साथ ही पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी जामिरुल गाजी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब मामले की गहनता से जांच कर रही है।

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