कोलकाता: SIR के विरोध में आयोजित टीएमसी की महारैली के समापन पर मंगलवार को जोड़ासाँको ठाकुरबाड़ी के प्रांगण से तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भाजपा और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। अभिषेक ने कहा कि यह आंदोलन अब दिल्ली तक जाएगा।
उन्होंने कहा, मैदान से जोड़ासाँको तक चार किलोमीटर का यह मार्ग लाखों लोगों ने तय किया। यह सिर्फ दो दिनों की तैयारी में संभव हुआ। सोचिए, अगर हमें दो महीने मिलते, तो हम दिल्ली में क्या कर सकते थे। अब एसआईआर की अन्यायपूर्ण नीतियों और बंगाल की इज्जत की रक्षा के लिए हम दिल्ली जाएंगे।
अभिषेक ने बताया कि एसआईआर की घोषणा के बाद कई निर्दोष नागरिकों की जानें गई हैं। उन्होंने कहा, इन सातों के नाम मतदाता सूची में थे, जिन्हें बाद में हटा दिया गया। एक गर्भवती महिला और उसके परिवार को भी ‘बांग्लादेशी’ बताकर देश से बाहर कर दिया गया, जबकि उच्च न्यायालय ने साबित किया था कि उनके माता-पिता के नाम 2002 की मतदाता सूची में थे।
जब चाहे किसी को भी निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन बंगाल इस अन्याय का जवाब देगा। 1993 के 21 जुलाई की घटना का जिक्र करते हुए अभिषेक ने कहा, तब 13 लोग वोट के अधिकार के लिए शहीद हुए थे। आज भी वही भावना जीवित है। हम केवल बंगाल के दस करोड़ लोगों के सामने झुकेंगे, दिल्ली के सामने नहीं।
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, सरकार अब तय कर रही है कि कौन वोट देगा, कभी आधार को अनिवार्य बताती है, तो कभी वोटर कार्ड को अमान्य। यह सब लोगों के अधिकार छीनने की साजिश है।
अमित शाह के बयान पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा, अगर वे साहसी हैं, तो बताएं क्या एल.के. आडवाणी वोट दे पाएंगे, जिनका जन्म कराची में हुआ था। अंत में अभिषेक ने कहा, भाजपा 2016, 2019, 2021 और 2024 के चुनावों में हार चुकी है। 2026 में हम उसे समाप्त कर देंगे। बंगाल झुकेगा नहीं!