

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को पार्टी की एक महत्त्वपूर्ण वर्चुअल बैठक में एसआईआर प्रक्रिया को लेकर विस्तृत रणनीति पेश की और भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र की सत्ता में बैठे लोग राज्य में मतदाता सूची से वैध मतदाताओं के नाम हटाने की कोशिश कर रहे हैं। तीन दिन पहले भाजपा के निर्देश पर निर्वाचन आयोग ने इस प्रक्रिया की शुरुआत की है। यह दरअसल वोट की चोरी की चुपचाप योजना है।
उन्होंने हाल में घटित आत्महत्या की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा, राज्य में भय और तनाव के कारण कई लोगों ने आत्महत्या की है। यदि वैध नागरिकों के नाम सूची से हटाए गए, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और आंदोलन दिल्ली तक जाएगा। अभिषेक ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर प्रतिनिधि अधिकारी के साथ घर-घर जाकर मतदाता सूची की जांच करें।
उन्होंने कहा, 3 नवम्बर तक प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिनिधि नियुक्ति पूरी करनी होगी। किसी भी वैध मतदाता का नाम सूची से नहीं हटना चाहिए, चाहे वह किसी भी राजनीतिक विचारधारा का समर्थक हो। उन्होंने घोषणा की कि 4 नवम्बर से एक माह तक पूरे राज्य में 6200 सहायता शिविर लगाये जाएंगे। इन शिविरों में कम्प्यूटर, मुद्रक और इंटरनेट की सुविधा रहेगी तथा सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक लोग अपनी समस्याओं का समाधान करा सकेंगे।
अभिषेक ने सभी सांसदों, विधायकों और स्थानीय प्रतिनिधियों को आदेश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नियंत्रण कक्ष बनाकर कार्य की निगरानी करें। उन्होंने कहा, निर्वाचन अधिकारी पर किसी प्रकार का दबाव न बनने दें और किसी भी अनैतिक कार्य को तुरंत रोका जाए। हमारे लिए आने वाले छह महीने सबसे चुनौतीपूर्ण हैं। भाजपा पर तीखा वार करते हुए उन्होंने कहा, भाजपा का उद्देश्य अवैध प्रवासियों को निकालना नहीं बल्कि बंगाल को बांटना है। यदि उनका इरादा सही होता, तो वे असम, त्रिपुरा और मेघालय जैसे अन्य राज्यों में भी यही प्रक्रिया लागू करते।
एसआईआर को लेकर अभिषेक का संदेश
-बीएलओ पर नजर रखेंगे बीएलए
-3 नवंबर तक नाम जमा करना अनिवार्य
-हर वार्ड में लगेंगे सहायता शिविर
-हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक 'वार रूम'
-प्रवासी श्रमिकों को वापस लाना होगा
-एन्यूमरेशन फॉर्म पूरा करना बेहद जरूरी
-अगले 6 महीने होंगे चुनौतीपूर्ण
-दिल्ली जाने की तैयारी करें
-मतुआ क्षेत्रों में विशेष फोकस