

कोलकाता: भारत और बांग्लादेश के बीच की सीमा को लेकर भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार के विवादित बयान ने बंगाल की राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि 2026 में भाजपा सत्ता में आती है, तो भारत और बांग्लादेश के बीच कंटीले तारों की बाड़ हटा दी जाएगी।
नदिया जिले के कृष्णगंज के माटियारी में एक कार्यक्रम के दौरान दिए गए इस बयान के बाद से ही विवाद शुरू हो गया। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह राष्ट्रवाद नहीं बल्कि जनता के साथ विश्वासघात है।
उन्होंने अपने सोशल साइट पर लिखा कि भाजपा के नेतृत्व में दिखावा और पाखंड की राजनीति अब चरम पर पहुँच चुकी है। अभिषेक ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मांग की कि जगन्नाथ सरकार को तुरंत पार्टी से निकाल दिया जाए।
उनका कहना था कि भाजपा का मौन यह साबित करता है कि यह बयान शीर्ष नेतृत्व की सहमति से ही दिया गया है। अभिषेक ने कहा कि जब सीमाओं की सुरक्षा का सवाल उठता है, तब भाजपा राज्य सरकार को दोष देती है और अब उसका सांसद सीमा पर से बाड़ हटाने की बात कर रहा है।