

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को लगातार दो अहम संगठनात्मक बैठकें कीं। पहली बैठक हुगली जिले के आरामबाग संगठन के साथ और दूसरी बैठक घाटाल संगठन के नेताओं के साथ हुई। दोनों बैठकों में तृणमूल के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्सी भी मौजूद थे। आरामबाग की बैठक में सांसद मिताली बाग, जिलाध्यक्ष रामेंदु सिंह राय, युवा अध्यक्ष पलाश राय और महिला अध्यक्ष करबी मन्ना शामिल थीं।
बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर संगठन को मजबूत करने, जनसंपर्क बढ़ाने और भाजपा के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाने पर चर्चा हुई। अभिषेक ने स्पष्ट निर्देश दिया कि गुटबाजी छोड़कर सभी नेताओं को एकजुट होकर भाजपा से लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि अगर संगठन में कोई बदलाव होता है, तो उसे सभी को स्वीकार कर टीम भावना के साथ काम करना होगा।
बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विकास योजनाओं को जनता तक पहुंचाने पर भी जोर दिया गया। ‘आमादेर पाड़ा, आमादेर समाधान’ जैसी योजनाओं को जमीनी स्तर पर और अधिक प्रभावशाली ढंग से लागू करने के निर्देश दिए गए। भाजपा शासित राज्यों में बंगाली प्रवासी मजदूरों के साथ हो रहे कथित उत्पीड़न का मुद्दा भी बैठक में उठा।
अभिषेक ने कहा कि इन घटनाओं के खिलाफ जनजागरण और विरोध प्रदर्शन करना जरूरी है। उन्होंने आरामबाग, खानाकुल और पुरशुड़ा जैसे इलाकों पर विशेष ध्यान देने को कहा और 2026 के विधानसभा चुनाव में छहों सीटों पर भारी मतों से जीत का लक्ष्य रखा। बैठक में जनता से सीधा संवाद, विकास योजनाओं की जानकारी और संगठनात्मक मजबूती पर विशेष बल दिया गया।