

नई दिल्ली - दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी को भारी हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। सूत्रों के अनुसार, आतिशी आज सुबह करीब 11 बजे राज निवास पहुंचीं और उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उनके इस्तीफे के बाद, उपराज्यपाल ने सातवीं दिल्ली विधानसभा को भंग करने की घोषणा की।
अरविंद केजरीवाल के पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आतिशी ने यह जिम्मेदारी संभाली थी। उन्होंने 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और लगभग चार महीने तक इस पद पर रहीं। हालांकि, दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
AAP का अर्श से फर्श तक का सफर
गौर करने वाली बात यह है कि कभी 70 में से 67 और 62 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी इस बार सिर्फ 22 सीटों तक सिमट गई। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की और 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की।
आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेता, जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया शामिल हैं, इस चुनाव में अपनी सीटें गंवा चुके हैं। हालांकि, आतिशी ने कालकाजी सीट से जीत दर्ज की है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान हुआ था। इस बार कुल मतदान प्रतिशत 60.54 रहा, जो पिछली बार के 62.60 फीसदी से कम है।
बिधूड़ी को आतिशी ने 52,058 वोटों से हराया
शुरुआती दौर में आतिशी कालकाजी सीट पर पिछड़ रही थीं, लेकिन बाद में उन्होंने बढ़त बना ली और अंततः यह सीट अपने नाम कर ली। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी को 3,580 वोटों से हराया। चुनाव आयोग के अनुसार, 12वें राउंड की गिनती के बाद आतिशी ने कुल 52,058 वोटों से जीत दर्ज की।