

नयी दिल्ली : पिछले कुछ महीनों में ‘आप’ के कई नेताओं के दल बदल लेने के बीच दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने सोमवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में महापौर और उप महापौर के पदों के लिए होने वाले चुनाव नहीं लड़ेगी, बल्कि एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी। ये चुनाव 25 अप्रैल को होने हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने एमसीडी चुनावों के दौरान खूब धांधली की थी लेकिन फिर भी वह बुरी तरह हारी। इसके बाद भी यह बंद नहीं हुआ और पार्षदों को खरीदा गया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ‘‘नुकसान पहुंचाने एवं खरीद-फरोख्त करने की राजनीति’’ में विश्वास नहीं करती और इसलिए उसने महापौर पद के चुनाव में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। आतिशी ने कहा कि अब भाजपा को अपनी ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार बनानी चाहिए और दिल्ली की जनता से किए गए अपने वादों को बिना कोई बहाने बनाए, पूरा करना चाहिए।
‘आप’ नेताओं के दलबदल के कारण वर्तमान में एमसीडी में भाजपा के पार्षदों की संख्या 119 हो गई है। एमसीडी में मनोनीत सांसद और विधायक दोनों ही आगामी चुनावों में मतदान करने के पात्र हैं। एमसीडी सचिव कार्यालय द्वारा जारी एक नोटिस के अनुसार, निगम 25 अप्रैल को अपनी साधारण बैठक करेगा, जिसमें महापौर और उप महापौर के लिए दोपहर दो बजे चुनाव होंगे।