

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
नदिया : शांतिपुर नगर पालिका के वार्ड नंबर 13 में बुधवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब स्थानीय लोगों ने एक व्यक्ति को सुनसान जगह पर बोरे में भरे कागजात जलाते हुए देखा। गौर से देखने पर पता चला कि जलाए जा रहे कागजात कोई साधारण रद्दी नहीं, बल्कि लोगों के आधार कार्ड, बैंक के दस्तावेज और पोस्ट ऑफिस से जुड़े महत्वपूर्ण कागजात थे। इलाके के लोगों के अनुसार सुबह एक व्यक्ति को संदिग्ध हालत में एक सुनसान स्थान पर बड़े-बड़े बोरों से कागज निकालकर आग लगाते देखा गया। जब स्थानीय निवासियों को संदेह हुआ, तो वे वहां पहुंचे और जलते हुए कागजों को देखा। वहां अधजले आधार कार्ड और सरकारी रिकॉर्ड बिखरे पड़े थे। जब उस व्यक्ति से इन दस्तावेजों को जलाने का कारण पूछा गया, तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका, जिसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना शांतिपुर थाने की पुलिस को दी।
पोस्ट ऑफिस कनेक्शन से गहराया रहस्य
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हिरासत में लिए गए व्यक्ति का बेटा पहले शांतिपुर पोस्ट ऑफिस में कार्यरत था। हालांकि, वह वर्तमान में वहां काम नहीं करता है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि पोस्ट ऑफिस और बैंक के इतने महत्वपूर्ण और निजी दस्तावेज उस व्यक्ति के पास कैसे पहुंचे और वह इन्हें नष्ट क्यों कर रहा था? क्या यह किसी बड़े घोटाले के सबूत मिटाने की कोशिश थी या कोई प्रशासनिक लापरवाही? इन सवालों ने पूरे इलाके में रहस्य और तनाव पैदा कर दिया है। सूचना मिलते ही शांतिपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और संबंधित व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मौके से अधजले दस्तावेजों को साक्ष्य के तौर पर जब्त कर लिया है। शांतिपुर नगर पालिका के चेयरमैन सुब्रत घोष ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "यह एक गंभीर मामला है। आम लोगों के निजी दस्तावेजों को इस तरह जलाना कानूनी अपराध है। हमने पुलिस से इस मामले की गहन जांच करने को कहा है ताकि सच्चाई सामने आ सके।" फिलहाल, पुलिस पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन दस्तावेजों का स्रोत क्या था और इसके पीछे किसका हाथ है। राज्य में चल रही एसआईआर की सुनवाई के बीच इस घटना ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है।