

सन्मार्ग संवाददाता
मिरिक : मिरिक महकमा अन्तर्गत तराई क्षेत्र के निरपानी शांतिग्राम निवासी मणि कुमार योंजन और माता सुबाला तामांग के बड़े पुत्र योगेश तामांग भारतीय सेना में कर्नल बन गए हैं। भारतीय सेना में कर्नल बने योगेश तामांग को बचपन से ही पढ़ने की इच्छा थी और उनकी कड़ी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि आज उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है। अफसर तामांग ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बेंगलुरु स्थित सैन्य अकादमी से प्राप्त की और वर्ष 2002 में भारतीय सेना में शामिल हुए। इसके बाद दिसंबर 2009 में उनकी नियुक्ति बोगरा बटालियन में हुई। अफसर तामांग की बोगरा बटालियन में नियुक्ति के बाद वे प्रशिक्षक बन गए और वहीं प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षण लिया। इतना ही नहीं अफसर तामांग ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र में भी अपनी सेवाएं दीं। अफसर तामांग ने पश्चिमी सीमा से अपना ग्रेड वन स्टाफ नियुक्ति प्राप्त की थी और परिणामस्वरूप उन्हें 30 मई को भारतीय सेना में कर्नल बनने का अवसर मिला। अफसर तामांग की इस उपलब्धि ने न केवल उनके माता-पिता बल्कि पूरे तराई क्षेत्र और दार्जिलिंग पहाड़ को गौरवान्वित किया है।